Gold Loan: आपको भी लेना है गोल्ड लोन तो जान ले RBI का ये नियम, वरना फंस जाएंगे मुश्किलों में 

Saroj kanwar
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Gold Loan: रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा गोल्ड लोन के नियमों में बदलाव किया गया है। आरबीआई ने साफ शब्दों में कहा है कि गोल्ड लोन अब सिर्फ सोने के गहनों और बैंकों के द्वारा जारी किए गए सिक्कों के बदले ही दिया जाएगा। आरबीआई ने कहा है कि जिनके पास सोने के बार, बुलियन या इग्नॉट्स है उन्हें गोल्ड लोन किसी कीमत पर नहीं दिया जाएगा। जिन लोगों के पास सोने की आभूषण या सोने के सिक्के होंगे उन लोगों को ही गोल्ड लोन दिए जाएंगे।

 रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा गोल्ड लोन को लेकर सख्त दिशा निर्देश जारी किया गया है। वित्त मंत्रालय ने आरबीआई को सुझाव दिया है कि नए नियम कुशल 2026 से लागू किया जाए लेकिन बैंक ने अभी स्पष्ट नहीं किया है कि इस साल नियम लागू होगा या अगले साल।

 भारत में अक्सर सोने के बदले लोन लेने का ऑप्शन लोग चुनते हैं। मुश्किल वक्त में गोल्ड लोन बेहद उपयोगी साबित होता है। तो आईए जानते हैं आरबीआई ने क्यों किया है गोल्ड लोन के नियमों में बदलाव…

क्यों हो रहा है नियमों में बदलाव?

 रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा गोल्ड लोन के नियमों में इसलिए बदलाव हो रहा है क्योंकि हाल के दिनों में बहुत से लोग सोने के बदले लोन ले रहे हैं। जैसे-जैसे गोल्ड लोन की मांग बढ़ रही है वैसे-वैसे बैंक और फाइनेंस कंपनियों को वापस नहीं चुकाया जा सकने वाले लोन की संख्या भी बढ़ती जा रही है। बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो लोन नहीं चुके हैं और फिर बैंक को ज्वेलरी की नीलामी करनी पड़ती है। लेकिन ज्वेलरी नीलामी की प्रक्रिया बहुत जटिल है इसलिए बैंक के द्वारा अब नियमों में बदलाव किया गया है।

भारत में ज्वेलरी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े हैं लोग

 भारत के लोग सोने के ज्वेलरी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आर्थिक तंगी के वजह से लोग गोल्ड लोन चुका नहीं पाते हैं और ऐसे में उनके ज्वेलरी की नीलामी हो जाती है और साथी उनके क्रेडिट स्कोर भी खराब हो जाता है।

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