भारत में सामाजिक सुरक्षा के तहत कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक सहायता के लिए कर्मचारी पेंशन योजना, जिसे EPS 95 के नाम से जाना जाता है, बहुत महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना 19 नवंबर 1995 को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा शुरू की गई थी ताकि संगठन के कर्मचारी जब 58 वर्ष की आयु पूरी करें तो उन्हें नियमित पेंशन मिल सके।
इसमें न केवल अवकाश के बाद की पेंशन शामिल है, बल्कि बीमार होने, प्रारंभिक सेवानिवृत्ति, निधन पर परिवार के सदस्यों को पेंशन, बच्चों की पेंशन और अन्य कई लाभ भी मिलते हैं। इस योजना के तहत पेंशन का भुगतान सरकार और नियोक्ता के योगदान से होता है, जो कर्मचारी की मासिक वेतन और भत्ते का प्रतिशत होता है।
EPS 95 योजना को खास इसलिए माना जाता है क्योंकि यह कर्मचारी और नियोक्ता दोनों के योगदान पर आधारित होती है। कर्मचारी वेतन का 12% भविष्य निधि में जमा करता है जिसमें से कर्मचारी का पूरा योगदान EPF खाते में जाता है, जबकि नियोक्ता के योगदान का 8.33% भाग EPS खाते में जमा होता है।
पेंशन राशि कर्मचारी की सेवा अवधि और अंतिम वेतन के आधार पर तय होती है। इस योजना का मकसद कामकाजी लोगों को उम्र के अंत में आर्थिक स्थिरता प्रदान करना है ताकि उन्हें जीवन जीने में कोई दिक्कत न हो।
EPS 95 Pension Update 2025
EPS 95 यानी कर्मचारी पेंशन योजना 1995 एक सामाजिक सुरक्षा योजना है जो खासतौर पर संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए है। इस योजना का उद्देश्य कर्मचारियों को उनके काम के वर्षों के आधार पर नियमित मासिक पेंशन प्रदान करना है। जब कोई कर्मचारी 58 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्त होता है तो उसे अपनी सेवा की कुल अवधि और अंतिम वेतन के आधार पर पेंशन मिलती है।
इसके अलावा, अगर कर्मचारी 50 वर्ष की उम्र में ही सेवानिवृत्त होता है, या फिर कुछ विशेष परिस्थितियों में विकलांग हो जाता है, तो भी उसे पेंशन मिलती है। यदि कोई कर्मचारी निधन हो जाता है, तो उसकी पत्नी, बच्चों और अन्य परिवार वालों को भी पेंशन का लाभ मिलता है।
इस योजना के अंतर्गत केवल कर्मचारी और नियोक्ता द्वारा किया गया योगदान ही माना जाता है। कर्मचारी की कुल सेवा अवधि और अंतिम वेतन के आधार पर पेंशन का हिसाब लगाया जाता है। हाल ही में सरकार ने EPS 95 के तहत मिलने वाली न्यूनतम पेंशन में वृद्धि का ऐलान किया है, जिससे लाखों पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा।
EPS 95 पेंशन में हाल की बढ़ोतरी की जानकारी
सबसे बड़ी अच्छी खबर यह है कि सरकार ने EPS 95 पेंशन के तहत मिलने वाली मासिक पेंशन में वृद्धि करने का फैसला किया है। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, EPS पेंशन योजना के तहत लगभग 81 लाख पेंशनभोगी हैं, जिनमें से आधे से अधिक को ₹1,500 से कम मासिक पेंशन मिलती है। केवल लगभग 0.65% पेंशनभोगियों को ₹6,000 या उसके ऊपर की पेंशन मिलती है। हालांकि, सरकार ने न्यूनतम पेंशन को बढ़ाकर ₹7,500 करने की योजना बनाई है, जो कई पेंशनभोगियों के लिए जीवन स्तर में सुधार का काम करेगी।
इस बढ़ोतरी के बाद पेंशनधारकों की आमदनी में असल में सुधार होगा, और वे अपने आवश्यक खर्चों को बेहतर तरीके से पूरा कर सकेंगे। इसके अलावा, 2023-24 में EPS पेंशन के तहत वितरित कुल राशि में भी वृद्धि हुई है, जो ₹23,027.93 करोड़ तक पहुंच गई है, जो योजना के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।