EPFO का नया नियम: नौकरी बदलने के 5 दिन के अंदर ऑटोमैटिक PF ट्रांसफर – जानें पूरी जानकारी

Saroj kanwar
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कर्मचारियों के लिए अभूतपूर्व राहत की खबर! अब, नौकरी बदलने पर ईपीएफ ट्रांसफर के लिए फॉर्म भरने या मैन्युअल सत्यापन का इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने एक क्रांतिकारी स्वचालित ट्रांसफर प्रणाली शुरू की है, जो 2025 तक पूरी तरह से लागू हो जाएगी। इस अत्याधुनिक प्रणाली के तहत, लाखों कर्मचारियों का पीएफ बैलेंस बिना किसी कागजी कार्रवाई के सीधे उनके नए नियोक्ता के खाते में स्वचालित रूप से ट्रांसफर हो जाएगा, जिससे नौकरी बदलना बेहद आसान हो जाएगा।

नए ईपीएफ ट्रांसफर नियम
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने नौकरी बदलने पर पीएफ खाते को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया है। ज़्यादातर मामलों में, अब आपको पुराने या नए नियोक्ता के माध्यम से ऑनलाइन ट्रांसफर का दावा करने की ज़रूरत नहीं है।

नए नियमों के तहत, जब कोई सदस्य एक संगठन छोड़कर दूसरे संगठन में शामिल होता है, तो पीएफ ट्रांसफर दावे के लिए नियोक्ता की मंज़ूरी की आवश्यकता अब समाप्त हो जाती है। यह सरलीकृत प्रक्रिया दावों को सीधे ईपीएफओ को भेजती है, जिससे सदस्य के दावे को संसाधित करने में लगने वाले समय में उल्लेखनीय कमी आती है।

इस अभूतपूर्व सुधार से कर्मचारियों की शिकायतों और तकनीकी त्रुटियों के कारण दावों के खारिज होने की दर में भी कमी आई है। बड़े नियोक्ता, जिन्हें पहले ऐसे स्थानांतरणों को मंज़ूरी देने में भारी परेशानी होती थी, उन्हें भी इस सुव्यवस्थित प्रणाली से सबसे अधिक लाभ हुआ है।

ईपीएफ ट्रांसफर अब केवल 5 दिनों में पूरा
पहले, जब कर्मचारी नौकरी बदलते थे, तो उन्हें फॉर्म 13 भरना पड़ता था, जिसके लिए पुराने और नए दोनों नियोक्ताओं से सत्यापन की आवश्यकता होती थी। इस जटिल प्रक्रिया में अक्सर एक से दो महीने लग जाते थे, और कई दावे तकनीकी त्रुटियों या ब्याज में कमी के कारण खारिज कर दिए जाते थे।

ईपीएफओ के आंकड़े बताते हैं कि हर साल लाखों दावे लंबित रहते हैं। नई स्वचालित ट्रांसफर प्रणाली इन सभी समस्याओं का पूरी तरह से समाधान करेगी। अब, ईपीएफ ट्रांसफर तीन से पांच दिनों के भीतर सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा, जिससे यह प्रक्रिया कर्मचारियों के लिए तेज़ और पूरी तरह से परेशानी मुक्त हो जाएगी।

ईपीएफ ट्रांसफर के 5 सबसे बड़े फायदे
यह स्वचालित प्रणाली कर्मचारियों को वित्तीय और प्रशासनिक दोनों ही दृष्टि से कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करेगी:

स्थानांतरण अब महीनों के बजाय कुछ ही दिनों में पूरा हो जाएगा, जिससे लंबी प्रतीक्षा समाप्त हो जाएगी।

यह प्रणाली स्थानांतरणों को स्वचालित रूप से संसाधित करती है, जिससे कोई भी दस्तावेज़ अपलोड करने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।

स्थानांतरण अवधि के दौरान ईपीएफ शेष पर ब्याज मिलता रहेगा, जिससे कोई भी वित्तीय नुकसान नहीं होगा।

सेवानिवृत्ति के समय, पूरी राशि एक ही खाते में उपलब्ध होगी, जिससे निकासी प्रक्रिया काफी सरल हो जाएगी।
नौकरी बदलना, विशेषकर निजी क्षेत्र में, पहले से कहीं अधिक आसान और सुविधाजनक हो गया है।

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