Encounter Specialist ACP Daya Nayak : फिल्मों और टीवी शो में आप लोगों ने जरूर देखा होगा, गैंगस्टरों का एनकाउंटर करते हुए. आज हम आपको एक ऐसे ऑफिसर के बारे में बता रहे है जो अपने 30 साल के लंबे कार्यकाल के बाद रिटायर हो चुके हैं.
हम बात कर रहे है सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) दया नायक (ACP Daya Nayak) की. दया नायक मुंबई पुलिस के एक प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित अधिकारी रहे हैं. दया नायक का जन्म कर्नाटक के उडुपी जिले में एक कोंकणी भाषी सामान्य परिवार में हुआ था.
\दया ने अपनी शुरूआती पढ़ाई कर्नाटक से की है. उसके बाद कर्नाटक से अपनी मां के साथ मुंबई आ गए. मुंबई में उन्होंने कई मुश्किलों का सामना करते हुए प्लेटफार्म और फुटपाथ पर रातें गुजारीं.
कई मुश्किलों के बाद उन्हें रेलवे स्टेशन पर एक कैंटिन पर नौकरी मिली. उसके बाद दया ने होटल में भी काम किया. काम करने साथ-साथ दया ने अपनी पढ़ाई को जारी रखा. पढ़ाई के प्रति दया की लगन को देखकर होटल माहिल ने दया का एडमिशन स्कूल में कराया.
जिसके बाद वो काम और पढ़ाई दोनों किया करते थे. साल 2000 में दया ने अपनी मां के नाम पर एक स्कूल खोला. साल 1995 में मुंबई पुलिस में शामिल हुए थे. दया ने कई वर्षों तक महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) में भी तैनात थे.
दया का मुंबई में अंडरवर्ल्ड के खातमें में बहुत बड़ा योगदान दिया है. दया नायक ने अपने कार्यकाल में 80 से ज्यादा एनकाउंटर और 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था. इसलिए लोग इन्हें ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ भी कहते है.
साल 1995 बैच के सब-इंस्पेक्टर दया नायक को मुंबई क्राइम ब्रांच की बांद्रा इकाई में सीनियर इंस्पेक्टर के रूप में सेवा दी. रिटायर होने से दो दिन पहले ही दया को ACP के पद पर प्रमोट किया गया था. हाल ही में 31 जुलाई, 2025 को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक रिटायर हो चुके है.