सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ाने के लिए स्कीम शुरू की गई थी समय के साथ इसे आगे बढ़ाया गया और फेम टू सब्सिडी लागू हुयी हालाँकि अब 31 मार्च 2024 से उसे पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा। इसके बाद इलेक्ट्रिक व्हीकल महंगे होने वाले हैं ,रेटिंग एजेंसी ICRA की स्टडी से हवाला किया कहा है फेम स्कीम खत्म होने के साथ इलेक्ट्रिक स्कूटर अपने पेट्रोल कंपीटीटर की तुलना में 10 प्रतिशत महंगे हो जाएंगे।
एजेंसी ने कहा कि फेम टू सब्सिडी के बिना इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहन की शुरुआती खरीद लागत ,प्रोत्साहन की तुलना में लगभग 10% बढ़ जाएगी।
EMPS कटौती की उम्मीद
स्टडी में यह भी भी दावा किया गया है कि वित्त वर्ष 2025 में भारत की दो पहिया बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की बीच 8% तक बढ़ जाएगी रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां से तू सब्सिडी की समाप्ति टीवी खरीदारों निर्माता के लिए एक झटका हो सकती है। वही इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम 2024 की हालिया घोषणा देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने का समर्थन करना जारी रखेगी।
इलेक्ट्रिक टू के लिए व्यवधान मुक्त वातावरण प्रदान करना जारी रखेगी
emps ने इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों का समर्थन देने के लिए 333.39 करोड़ की राशि आवंटित की है जिसके तहत 333,387 इलेक्ट्रिक स्कूटर को अप्रैल और अगस्त 2024 के बीच ₹10000 का लाभ मिलेगा। फेम टू की समाप्ति और EMPS 2024 की शुरुआती प्रभाव के बारे में बोलते हुए ,ICRA की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और कॉर्पोरेट रेटिंग के समूह प्रमुख शमशेर दीवान ने कहा है की नई योजना इलेक्ट्रिक टू के लिए व्यवधान मुक्त वातावरण प्रदान करना जारी रखेगी।