क्रिकेट में डीआरएस का इस्तेमाल विवाद काम करने के लिए किया गया। लेकिन अब इस पर ही सवाल उठने लगे। वीमेंस, प्रीमियम लीग यानी डब्ल्यूपीएल में सोमवार को थर्ड अंपायर डीआरएस की मदद से एक ऐसा निर्णय दिया जो किसी को हजम नहीं हो रहा है। पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने ना सिर्फ विवादित निर्णय का वीडियो को शेयर किया। बल्कि इस पर कड़े सवाल भी उठाए हैं।
रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु वूमेन और यूपी वॉरियर्स वूमेन के मैच का है
डीआरएस के जिस निर्णय पर सवाल उठ रहे हैं वह रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु वूमेन और यूपी वॉरियर्स वूमेन के मैच का है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर विमेन ने मैच में 3 विकेट पर 198 रन बनाए। इसके जवाब में जब यूपी वॉरियर्स ने एक विकेट पर 63 रन बनाए थे। तब चमारी अतापट्टू के खिलाफ एलबीडब्ल्यू के अपील हुई डीआरएस का निर्णय लेते वक्त टीवी पर जो रिप्ले दिखाया गया।
उसके अनुसार जॉर्जियो वारहम लेग स्पिनर लेग स्पिनर स्टांप पर छोड़कर मिडिल स्तंभ की ओर जानी थी इस तरह तापट्टू को आउट कर दिया गया लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि जॉर्जिया वार है हम लेग स्पिनर है उनकी ज्यादातर गेंद लेग स्पिन होती है।
चमारी अतापट्टू उनकी जिस गेंद पर आउट दिया गया। वह उनके पैर से कुछ इंच पहले ही गिरी थी यानी उसे टर्न होने का मौका नहीं मिला था।
वे गेंद लेग स्पिन थी ,जो बेटर के पैरों के नजदीकी गिरी
आकाश चोपड़ा ने इसी बात का फायदा उठाया भी हैं। वे गेंद लेग स्पिन थी ,जो बेटर के पैरों के नजदीकी गिरी। हॉक-आई के प्रोजेक्शन के मुताबिक यह गेंद लेग स्पिन या गुगली थी थी जो मिडिल स्टम्प को हिट करती है। अगर हॉकआई इस डिसीजन को एक्सप्लेन करे तो खुशी होगी। क्या जब गेंद पैड के पास गिरेगी तो ऐसी ही गलतियां और होगी। जो रूट का एलबीडब्ल्यू डिसीजन याद है ,ना वह गेंद भी हॉफ वाली थी।