Mobile Charging Mistake: आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन इसके इस्तेमाल के साथ जुड़ी कुछ छोटी-छोटी लापरवाहियां हमें बड़ा नुकसान पहुंचा सकती हैं। उनमें से एक आम आदत है – फोन चार्ज करने के बाद चार्जर का स्विच ऑफ न करना। यह आदत ना सिर्फ आपके बिजली के बिल को बढ़ा सकती है। बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रही है।
चार्जर ऑन छोड़ने से होता है ‘फैंटम लोड’ का खर्च
बहुत से लोग मानते हैं कि अगर चार्जर से कोई डिवाइस नहीं जुड़ा है, तो वह बिजली नहीं खपत करता। लेकिन रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह पूरी तरह गलत है। अगर चार्जर स्विच में लगा है और स्विच ऑन है, तो वह थोड़ी मात्रा में लगातार बिजली खपत करता रहता है। जिसे ‘फैंटम लोड’ या ‘वैम्पायर पावर’ कहा जाता है।
हर सेकेंड 419 यूनिट बिजली की हो रही बर्बादी
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में केवल चार्जर ऑन छोड़ देने की वजह से सालाना लगभग 22 करोड़ यूनिट बिजली बर्बाद होती है। हर दिन करीब 6.03 लाख यूनिट बिजली इस लापरवाही की भेंट चढ़ जाती है। हर सेकेंड लगभग 419 यूनिट बिजली फालतू खर्च हो रही है, जो सिर्फ एक स्विच ऑफ न करने की आदत से होती है।
बिजली की बर्बादी
भले ही ये आंकड़े आपको बड़े स्तर पर लगे हों। लेकिन इसका असर आपके बिजली बिल पर भी साफ नजर आता है। एक मोबाइल फोन की सालभर की चार्जिंग में लगभग ₹150 तक की बिजली खपत होती है। अगर किसी घर में 5 मोबाइल फोन हैं, तो ये खर्च बढ़कर ₹750 सालाना हो जाता है। इसमें से बड़ा हिस्सा चार्जर ऑन छोड़ने की वजह से बेवजह खर्च हो जाता है।
220 करोड़ रुपये की सालाना बर्बादी!
रिपोर्ट के अनुसार भारत में चार्जर ऑन छोड़ने की वजह से हर साल लगभग ₹220 करोड़ की बिजली बर्बाद होती है। यह बिजली लाखों घरों को एक साल तक रोशन कर सकती है। बिजली उत्पादन में लगने वाले प्राकृतिक संसाधनों पर इसका अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसका असर हमारे पर्यावरण पर भी नकारात्मक पड़ता है।
चार्जर पर्यावरण को कैसे नुकसान पहुंचा रही है
बिजली उत्पादन के लिए कोयला, गैस, पानी जैसे संसाधनों का दोहन होता है, जिससे न केवल खर्च बढ़ता है। बल्कि कार्बन उत्सर्जन भी होता है। जब हम बिजली की बचत नहीं करते, तो यह ग्लोबल वॉर्मिंग और प्रदूषण को बढ़ावा देता है। ‘
क्या करें ताकि बिजली की बर्बादी रुके?
फोन चार्ज होने के बाद तुरंत चार्जर का स्विच ऑफ करें।
चार्जर को प्लग से निकालना आदत बनाएं।
अगर कई डिवाइस हैं, तो मल्टीप्लग में स्मार्ट स्विच का उपयोग करें।
घर के अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे टीवी, लैपटॉप चार्जर आदि के लिए भी यही नियम अपनाएं।
एक छोटी सी आदत से बड़ी बचत संभव
अगर हम सभी सिर्फ चार्जर का स्विच ऑफ करने की आदत डाल लें, तो न केवल हमारा बिजली बिल कम होगा। बल्कि देशभर में करोड़ों यूनिट बिजली की बचत की जा सकती है। यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक मजबूत कदम साबित हो सकता है।