अपने टॉयलेट करते वक्त से गौर किया होगा कि कई बार उसका रंग हल्का पीला तो कई बार अधिक पीला नजर आता है। आखिर ऐसा क्यों होता है क्या आपने इस बारे में कभी सोचा है। दरअसल पैसा साफ शरीर के अपशिष्ट उत्पादों को निकालने का एक प्राकृतिक तरीका है और टॉयलेट का रंग सेहत से जुड़े कई राज खोलता है। पेशाब का रंग बदलना बीमारियों का संकेत भी हो सकता है और इसे लेकर लोगों को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
इसका सामान्य रंग हल्के पीले से थोड़ा गहरा पीला हो सकता है लेकिन इसका किसी अन्य रंग में होना खतरे की घंटी हो सकती है।
गर्मियों में क्यों होता है पीले रंग का पेशाब
गर्मी अक्सर लोगों को पीला रंग का पेशाब आने लगता है। अक्सर हर मौसम में आपको यह परेशानी रही है तो फिर आपको सावधान होने की जरूरत रहेगी की डिहाइड्रेशन ,पीलियासमेत कई परेशानियां होने पर यूरिन का कलर पीला हो जाता है और खूब पानी पीने के बावजूद रंग पीला ही रहता है। कई लोगों को अन्य कारणों से भी यह समस्या हो सकती है।
यूरोलॉजिस्ट की माने तो पेशाब का रंग पीला होना बहुत बड़ा समस्या हैऔर अधिकतर लोग इसका सामना करते हैं इनमें से तमाम लोग ठीक हो जाते हैं जबकि कुछ लोगों में यह बीमारी का संकेत हो सकता है पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने की वजह से लोगों की यूरिन का कलर पीला हो जाता है जब लोग पानी पीते हैं तो यूरीन कलर का कलर नॉर्मल होने लगता है।
कई बार दवाई खाने की वजह से पेशाब का रंग पीला हो जाता है लेकिन कुछ सामान्य समय कुछ समय पर सामान्य हो जाता है डॉक्टर्स की माने तो कई बार पेशाब का रंग लाल हो जाता है जो सेहत से जुड़ी गई परेशानियों का संकेत हो सकता है। किसी भी व्यक्ति को अगर लाल रंग का पेशाब आ रहा है तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर टेस्ट कराना चाहिए। अक्सर लोगों केपेशाब में खून आने लगता है। अगर आपके पेशाब का रंग लाल है तो किडनी स्टोन , यूरिनरी स्टोन या फिर पेशाब की थैली में कैंसर होने का संकेत भी हो सकता है।