1 जनवरी 2025 की महंगाई भत्ते के लिए आकलन के लिए ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स केपांच माह के आंकड़े आ गए हैं। केंद्रीय कर्मचारियों के लिए पांच माह के आंकड़े पॉजिटिव साबित हुए । एआईसीपीआई के आधार पर महंगाई भत्ता संशोधित किया जाता है। जनवरी 2025 का महंगाई भत्ता जुलाई 2024 दिसंबर 2024 तक ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़ों पर आधारित होगा।
नवंबर तक के आए आंकड़े
ग्रॉस सैलरी के प्रमुख तत्व और वेतन वृद्धि के लिए प्रमुख फैक्टर महंगाई भत्ता होता है। साल 2025 की शुरुआत से कर्मचारियों को महंगाई भत्ता संशोधित होना है । महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी का लगभग कंफर्म हो चुकी है। नवंबर 2024 तक केएआईसीपीआई इंडेक्स के आंकड़ों के आधार पर DA बढ़ोतरी कंफर्म हुई है।
तीन प्रतिशत बढ़ेगा DA
मौजूदा आकंड़ों से स्पष्ट हो गया है कि महंगाई भत्ता 56 प्रतिशत पहुंचने वाला है। इस महंगाई भत्ते ने सेलेरी में उछाल को भी कन्फर्म कर दिया है। दिसम्बर 2024 के आंकड़ों का अभी इंतजार है ये आंकड़े कुछ ही सामने आने वाले है।
56 प्रतिशत महंगाई भत्ते से कितनी बढ़ेगी सैलरी
महंगाई भत्ते में 1 प्रतिशत का असर पड़ता है। महंगाई भत्ता ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के औसत आंकड़ों पर तय होता है।
कर्मचारियों को 53% महंगाई भत्ता मिल रहा है । यह 3% बढ़ेगा तो 56% पहुंच जाएगा यानी मासिक सैलरी 56% तक का हैक मिलेगा।
न्यूनतम बेसिक सैलरी – 18000
53 % महंगाई भत्ता ₹9540 रूपये प्रति माह
महीने 56% महंगाई भत्ता 10 हजार ₹80 प्रति माह
मासिक सैलरी -540 रुपए हर महीने
सालाना सैलरी में इजाफा -6480 रुपए महीने
अगर बेसिक सैलरी -56 हजार 100 रुपए है तो प्रतिशत 53% महंगाई भत्ता 29 हजार 733 रुपये।
56% महंगाई भत्ता 31 हजार 416 रुपये प्रति माह।
मासिक सैलरी में इजाफा – 1683 रुपए प्रतिमाह
सालाना सैलरी में इजाफा = 20196 रुपये प्रति माह ।
महंगाई भत्ता बढ़ने से होंगे ये लाभ
महंगाई भत्ता कर्मचारियों को सेवा निवृति कर्मचारियों के लिए सम्मान रूप से बढ़ता है । महंगाई भत्ता बढ़ने से करीब एक करोड़ 15 लाख लोगों को लाभ पहुंचेगा। इससे महंगाई के दौर में जीवन यापन आसान होगा। वहीं सैलरी में भी सुधार होगा। कुछ खर्च अधिक करेंगे तो बाजार में रुपया बढ़ेगा।
कब होगा महंगाई भत्ता लागू
1 जनवरी 2025 से महंगाई भत्ता लागू होना है। इसकी घोषणा होली के आसपास होने की उम्मीद है। मार्च में इसका एलान हो सकता है। इसके बाद मार्च के माह में जनवरी और फरवरी के एरियर के साथ खाते में पैसा आ सकता है। वहीं, अगर अप्रैल तक बात गई तो मार्च माह का पैसा भी एरियर के रूप में ही मिलेगा।