केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारी पेंशन भोगियों के लिए महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की बड़ी खबर है। सरकार हर साल दो बार जनवरी और जुलाई महंगाई भत्ते में इजाफा करते है जिससे कर्मचारियों को अपनी सैलरी में राहत मिल सके। इस बार भी होली से पहले होने से पहले DA बढ़ोतरी के एलान होने की उम्मीद जताई जा रही है।
डीए बढ़ोतरी का आधार और प्रक्रिया
केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों की दी जाने वाली महंगाई भत्ते का नियंत्रण पहले 6 महीने के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर करती है। वर्तमान में 7वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों को उनकी बेसिक से लेकर 53% महंगाई भत्ता मिल रहा है । सरकार ने पिछले साल 7 मार्च को DA में बढ़ोतरी की घोषणा की थी। और इसी तरह से होली से पहले ही साल में भी DA में इजाफा के प्रस्ताव पर विचार किया जाए।
क्या मिलेगा नया DA
विशेषज्ञों के मुताबिक ,इस बार केंद्र सरकार DA में केवल 2% की बढ़ोतरी कर सकते है। अगर ऐसा होता है , मौजूद महंगाई भत्ते में 53 परसेंट की बढ़ोतरी हो जाएगा पिछले 7 सालों में सामान्य 3 से 4% तक की बढ़ोतरी देखने को मिली। कोरोना काल के दौरान सरकार ने 18 महीने तक DA में बढ़ोतरी पर रोक लगा दी थी। जिससे कर्मचारियों को रुके हुएभत्ते देने की मांग लगातार बनी रही है।
कर्मचारी पर पड़ने वाला असर
बड़ी हुई क्रय शक्ति -महंगाई भत्ते बढ़ोतरी से कर्मचारियों की कुल सैलरी में सुधार होगा। जिससे उनकी खरीदारी शक्ति बढ़ोतरी आएगी। पेंशन में भी लाभ -पेंशन को भी महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा जिससे वृद्धावस्था आर्थिक सहारा मिलेगा।
सरकारी बजट पर प्रभाव – हालाँकि DA बढ़ोतरी का सीधा असर सरकारी खजाने पर पड़ेगा। इसलिए सरकारी सवाल अपेक्षाकृत कम बढ़ोतरी देने की संभावना जताई जा रही है।
विशेषज्ञों की राय और अपेक्षाएँ
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि केंद्र सरकार इस बार केवल 2% की बढ़ोतरी करती है, तो यह पिछले 7 सालों में सबसे कम वृद्धि होगी। इससे कर्मचारियों में असंतोष की संभावना बन सकती है, क्योंकि वे अक्सर अधिक बढ़ोतरी की अपेक्षा करते हैं। हालांकि, सरकार के बजट और आर्थिक हालात को देखते हुए यह कदम लिया जा सकता है।