CIBIL Score Update :अब लोन लेने के लिए इतना सिबिल स्कोर जरूरी, वरना कोई बैंक नहीं देगा पैसा, नया नियम लागू

Saroj kanwar
9 Min Read

CIBIL Score Update: आज के समय में क्रेडिट स्कोर हर व्यक्ति की वित्तीय जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। चाहे आप घर खरीदने के लिए होम लोन लें या व्यापार के लिए बिजनेस लोन, सभी जगह सिबिल स्कोर की जांच होती है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर न केवल लोन मंजूरी की संभावना बढ़ाता है बल्कि कम ब्याज दर पर लोन दिलाने में भी सहायक होता है। इसके विपरीत, खराब स्कोर के कारण कई बार योग्य उम्मीदवारों को भी लोन से वंचित रहना पड़ता है।

भारतीय रिज़र्व बैंक ने इन सभी समस्याओं को देखते हुए 2025 में कुछ नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ये नियम न केवल ग्राहकों के हितों की रक्षा करते हैं बल्कि पूरी बैंकिंग प्रणाली को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह भी बनाते हैं। RBI का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर नागरिक को अपनी वित्तीय जानकारी पर पूरा नियंत्रण मिले और वे सही समय पर सही निर्णय ले सकें।

ग्राहक सुरक्षा को मिली प्राथमिकता

RBI के इन नए नियमों का मुख्य फोकस ग्राहक संरक्षण पर है। अब तक कई बार देखा गया है कि बैंक और वित्तीय संस्थाएं ग्राहकों की क्रेडिट जानकारी का गलत इस्तेमाल करती थीं या फिर बिना स्पष्ट कारण बताए लोन रिजेक्ट कर देती थीं। नए नियमों के तहत अब ऐसी मनमानी पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। ग्राहकों को अब अपने वित्तीय डेटा पर अधिकसिस्टम  नियंत्रण मिलेगा और वे जान सकेंगे कि उनकी जानकारी का उपयोग कहां और कैसे किया जा रहा है।

इन बदलावों से न केवल गलत प्रैक्टिसेज पर रोक लगेगी बल्कि लोगों का बैंकिंग पर भरोसा भी बढ़ेगा। अब ग्राहक अधिक आत्मविश्वास के साथ अपनी वित्तीय योजना बना सकेंगे और समय रहते अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार के लिए जरूरी कदम उठा सकेंगे।

तेज अपडेट से मिलेगी बेहतर निगरानी

सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब सिबिल स्कोर महीने में दो बार अपडेट होगा। पहले यह केवल महीने में एक बार होता था जिससे लोगों को अपने स्कोर में बदलाव देखने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। अब हर महीने की 15 तारीख और महीने के अंतिम दिन स्कोर अपडेट किया जाएगा। इस व्यवस्था से ग्राहक अपने क्रेडिट स्कोर की वास्तविक समय पर निगरानी कर सकेंगे और तुरंत पता चल जाएगा कि उनके वित्तीय व्यवहार का स्कोर पर क्या प्रभाव पड़ रहा है।

यह नई व्यवस्था खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपने स्कोर को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। अब वे जल्दी-जल्दी अपनी प्रगति देख सकेंगे और आवश्यकता के अनुसार अपनी रणनीति में बदलाव भी कर सकेंगे। इससे क्रेडिट स्कोर सुधारने की पूरी प्रक्रिया अधिक प्रभावी और तेज हो जाएगी।

लोन अस्वीकृति में मिलेगी पूरी जानकारी

RBI के नए नियमों में एक महत्वपूर्ण प्रावधान यह है कि अब अगर किसी का लोन रिजेक्ट होता है तो बैंक को इसका स्पष्ट और विस्तृत कारण बताना होगा। पहले कई बार लोगों को सिर्फ यह बताया जाता था कि उनका लोन रिजेक्ट हो गया है लेकिन इसकी वजह नहीं बताई जाती थी। अब बैंकों को स्पष्ट रूप से बताना होगा कि आवेदक की आय कम है, क्रेडिट स्कोर कम है, या फिर कोई और समस्या है।

इस जानकारी से लोग समझ जाएंगे कि उनकी प्रोफाइल में क्या कमी है और वे उसे कैसे सुधार सकते हैं। इससे भविष्य में लोन अप्लाई करते समय सफलता की संभावना बढ़ जाएगी। यह नियम खासकर नए कर्जदारों के लिए बहुत उपयोगी है जो अपनी क्रेडिट जर्नी की शुरुआत कर रहे हैं।

समय पर चेतावनी से बचेगा डिफॉल्ट

नए नियमों के अनुसार अब कोई भी डिफॉल्ट रिकॉर्ड दर्ज करने से पहले बैंक को ग्राहक को SMS या ईमेल के जरिए सूचना देना अनिवार्य होगा। यह चेतावनी कम से कम 7 दिन पहले दी जाएगी ताकि ग्राहक को अपना बकाया भुगतान करने का मौका मिल सके। अब तक कई बार देखा गया है कि लोगों को पता ही नहीं चलता और अचानक से उनका नाम डिफॉल्टर की सूची में आ जाता है।

यह व्यवस्था उन ईमानदार ग्राहकों के लिए बहुत फायदेमंद है जो कभी-कभी भूल जाते हैं या किसी कारणवश EMI जमा करने में देर हो जाती है। अब वे समय रहते भुगतान कर सकेंगे और अपने क्रेडिट स्कोर को खराब होने से बचा सकेंगे। इससे अनावश्यक रूप से क्रेडिट हिस्ट्री खराब होने की समस्या से बचाव होगा।

मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट की सुविधा

RBI ने यह भी व्यवस्था की है कि अब हर ग्राहक को साल में एक बार पूरी तरह से मुफ्त में विस्तृत क्रेडिट रिपोर्ट मिलेगी। इस रिपोर्ट में व्यक्ति के सभी लोन, क्रेडिट कार्ड, भुगतान इतिहास और वर्तमान क्रेडिट स्कोर की संपूर्ण जानकारी होगी। पहले इसके लिए पैसे देने पड़ते थे या फिर सीमित जानकारी ही मिलती थी।

इस रिपोर्ट से लोग अपनी वित्तीय स्थिति का सही आकलन कर सकेंगे और यदि कोई गलत जानकारी है तो उसे सुधरवा सकेंगे। कई बार रिपोर्ट में तकनीकी त्रुटियां होती हैं जिनसे स्कोर प्रभावित होता है। अब नियमित जांच से ऐसी समस्याओं का जल्दी पता लग जाएगा।

डेटा सुरक्षा में सुधार

नए नियमों के तहत अब जब भी कोई बैंक या वित्तीय संस्था आपकी क्रेडिट रिपोर्ट देखेगी तो आपको तुरंत SMS या ईमेल के जरिए इसकी सूचना मिलेगी। इससे आपको पता चलेगा कि कौन आपकी वित्तीय जानकारी एक्सेस कर रहा है। यह व्यवस्था आपकी निजता और डेटा सुरक्षा को बेहतर बनाती है।

अगर कोई अनधिकृत व्यक्ति या संस्था आपकी जानकारी एक्सेस करने की कोशिश करती है तो आपको तुरंत पता चल जाएगा। इससे फ्रॉड और पहचान चोरी जैसी समस्याओं से बचाव होगा। आप अपनी क्रेडिट जानकारी पर बेहतर नियंत्रण रख सकेंगे।

शिकायत निवारण में तेजी

अब क्रेडिट स्कोर से संबंधित किसी भी शिकायत को 30 दिन के अंदर हल करना अनिवार्य कर दिया गया है। पहले इसमें महीनों लग जाते थे और लोगों को परेशानी होती थी। यदि कोई क्रेडिट एजेंसी इस समय सीमा का पालन नहीं करती तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।

यह व्यवस्था ग्राहकों के अधिकारों को मजबूती प्रदान करती है। अब लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। त्वरित निवारण से क्रेडिट स्कोर की समस्याएं जल्दी सुलझ सकेंगी।

स्कोर सुधार के प्रभावी तरीके

अपने सिबिल स्कोर को बेहतर बनाने के लिए कुछ बुनियादी नियमों का पालन करना जरूरी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी EMI और क्रेडिट कार्ड के बिल समय पर चुकाने चाहिए। देर से भुगतान करने पर स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30 प्रतिशत से कम उपयोग करना चाहिए क्योंकि अधिक उपयोग स्कोर को गिराता है।

बार-बार नए लोन के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए क्योंकि हर बार आपकी क्रेडिट रिपोर्ट देखी जाती है जो स्कोर को प्रभावित करता है। साल में मिलने वाली मुफ्त रिपोर्ट जरूर चेक करनी चाहिए और कोई भी गलत जानकारी मिलने पर तुरंत संबंधित एजेंसी से संपर्क करके उसे ठीक करवाना चाहिए।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले कृपया अपने बैंक या योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। नियमों और दिशा-निर्देशों में समय के साथ परिवर्तन संभव है, इसलिए नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।

TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *