Cardiac Arrest CPR :हार्ट अटैक के टाइम कितनी देर दबानी चाहिए छाती, जाने CPR तकनीक से कैसे बचाए जान

Saroj kanwar
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Cardiac Arrest CPR: देशभर में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। कई बार व्यक्ति डांस करते हुए, वर्कआउट के दौरान या किसी सामान्य गतिविधि में अचानक गिर जाता है और उसकी धड़कनें बंद हो जाती हैं। ऐसे में अधिकतर लोग घबरा जाते हैं। लेकिन अगर समय रहते CPR (Cardio Pulmonary Resuscitation) दे दिया जाए, तो उस व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।

क्या है CPR और क्यों है ये जान बचाने में जरूरी?

सीपीआर एक मेडिकल इमरजेंसी प्रक्रिया है जो हृदय की धड़कन और सांस को दोबारा शुरू करने में मदद करती है। जब किसी व्यक्ति का हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट होता है, तो उसका दिल अचानक काम करना बंद कर देता है और शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं पहुंचता। ऐसे में 10 मिनट के भीतर सीपीआर देने से 50% से अधिक मरीजों को बचाया जा सकता है।

हार्ट अटैक के बाद तुरंत मौत नहीं होती

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट के तुरंत बाद व्यक्ति की मृत्यु नहीं होती। उसमें कुछ समय रहता है जिसमें तेजी से कार्य कर जान बचाई जा सकती है। इस समय के दौरान ब्रेन और शरीर के अन्य अंगों में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए CPR बहुत कारगर साबित होता है।

कब पहचानें कि CPR देना जरूरी है?

  • अगर कोई व्यक्ति अचानक बेहोश हो जाए और सांस लेना बंद कर दे, तो उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ माना जाए।
  • हाथ या गर्दन की नब्ज महसूस करें, अगर नब्ज न मिले तो यह हार्ट फेल होने का संकेत है।
  • अगर व्यक्ति कोई मूवमेंट नहीं कर रहा, हाथ-पैर जड़ हो चुके हैं, तो भी यह स्थिति गंभीर है।

CPR देने का आसान और प्रभावी तरीका

  1. व्यक्ति को पीठ के बल समतल स्थान पर लिटाएं

पीड़ित को तुरंत किसी समतल और साफ जगह पर पीठ के बल लिटा दें। जिससे CPR देना आसान हो।

  1. सही पोजिशन में रखें हाथ

अपने एक हाथ के ऊपर दूसरा हाथ रखें और उन्हें मरीज के सीने के बीचोंबीच रखें। कोहनियों को सीधा और लॉक पोजिशन में रखें।

  1. छाती पर करें बार-बार दबाव

अपने हाथों से तेज और मजबूत दबाव देते हुए छाती को एक मिनट में लगभग 100 बार दबाएं। प्रत्येक दबाव के बाद छाती को सामान्य स्थिति में आने दें।माउथ-टू-माउथ रेस्पिरेशन दें

हर 30 प्रेस के बाद, मरीज को 2 बार मुंह से सांस दें। यह प्रक्रिया ब्रेन और हार्ट को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में मदद करती है।

  1. CPR तब तक जारी रखें जब तक…
  • मरीज सांस लेने लगे या,
  • एम्बुलेंस या मेडिकल टीम मौके पर पहुंच जाए।

क्या CPR हर किसी को देना चाहिए?

हां, लेकिन थोड़ी ट्रेनिंग जरूरी है। CPR की बेसिक जानकारी और अभ्यास से कोई भी व्यक्ति एमरजेंसी में किसी की जान बचा सकता है। यदि CPR देने में झिझक या डर महसूस हो, तो सिर्फ छाती को दबाना भी पर्याप्त हो सकता है। यह हार्ट में ब्लड फ्लो शुरू करने में मदद करता है।

बच्चों और बुजुर्गों में CPR कैसे दें?

  • बच्चों में हल्के दबाव से CPR दिया जाता है।
  • बुजुर्गों के लिए भी ज्यादा तेज दबाव न देकर संयमित फोर्स से CPR किया जाना चाहिए।
  • नवजात बच्चों के लिए दो अंगुलियों से छाती दबाना उपयुक्त होता है।

CPR के महत्व को समझें, जागरूक बनें

हर व्यक्ति को कम से कम बेसिक CPR प्रशिक्षण लेना चाहिए। यह स्कूल, कॉलेज, दफ्तर और घर में एक उपयोगी स्किल साबित हो सकता है। CPR एक ऐसा प्राथमिक जीवनरक्षक उपाय है। जिसे अपनाकर हम किसी के जीवन की डोर को फिर से थाम सकते हैं।

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