Board Exam New Rule :बोर्ड ने अपने परीक्षा नियमों में किया बड़ा बदलाव, इन स्टूडेंट्स की दोबारा परीक्षा नहीं लेगा बोर्ड

Saroj kanwar
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Board Exam New Rule: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है. अब छात्रों को साल में दो बार परीक्षा देने का अवसर मिलेगा, ताकि वे अपने प्रदर्शन को सुधार सकें. हालांकि, यह सुविधा हर छात्र को नहीं दी जाएगी. बोर्ड ने इसके लिए कुछ शर्तें निर्धारित की हैं.

दो बार परीक्षा देने की मिलेगी सुविधा


CBSE के नए परीक्षा फॉर्मेट के अनुसार, कक्षा 10 के छात्र अब साल में दो बार बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे. यदि कोई छात्र पहली बार के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं होता, तो उसे दूसरी बार परीक्षा देकर अपने अंक सुधारने का अवसर मिलेगा.

बेहतर अंकों वाले रिजल्ट को ही माना जाएगा अंतिम


बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि जिस परीक्षा में छात्र के अधिक अंक आएंगे, उसी के आधार पर फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा. इससे छात्रों को बेहतर स्कोर करने का दूसरा मौका मिलेगा, जो उनके करियर निर्माण में सहायक साबित हो सकता है.


हर छात्र को नहीं मिलेगा यह मौका


हालांकि यह सुविधा सभी छात्रों के लिए लागू नहीं होगी. बोर्ड ने बताया है कि सिर्फ वही छात्र दूसरी परीक्षा में बैठ सकते हैं, जो पहली परीक्षा में कम से कम तीन विषयों में शामिल हुए हों. यदि कोई छात्र पहली परीक्षा में तीन या उससे अधिक विषयों में शामिल नहीं हुआ, तो उसे दूसरी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी.

तीन विषयों तक मिलेगा प्रदर्शन सुधारने का मौका


CBSE के नए नियम के तहत छात्रों को अधिकतम तीन विषयों में अपने प्रदर्शन को सुधारने का मौका मिलेगा. इसका अर्थ यह है कि छात्र चाहें तो तीन विषयों तक दोबारा परीक्षा देकर अपने अंक सुधार सकते हैं. यह सीमा छात्रों को संतुलित रूप से सुधार का विकल्प देती है, ताकि वे जरूरत के अनुसार तैयारी कर सकें.

परीक्षा सुधार प्रणाली से क्या होगा लाभ?


इस नई प्रणाली से छात्रों को मानसिक दबाव से राहत मिलेगी और वे पहली परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने की स्थिति में दूसरा मौका पा सकेंगे. इससे फेल होने की संभावना भी कम होगी और छात्रों का मनोबल बना रहेगा.


कौन होंगे इस नियम से वंचित?


जो छात्र:

पहली परीक्षा में तीन या तीन से अधिक विषयों में शामिल नहीं हुए,
बिना किसी वैध कारण के परीक्षा से अनुपस्थित रहे,
या जिनकी परीक्षा अनुशासनात्मक कारणों से रद्द की गई,
वे इस दोबारा परीक्षा देने के मौके से वंचित रह जाएंगे.
क्यों लाया गया है यह बदलाव?
CBSE की इस पहल का उद्देश्य छात्रों को अतिरिक्त अवसर देना है, ताकि वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकें. यह प्रणाली नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप है, जिसमें छात्रों को लचीलापन और विकल्प आधारित मूल्यांकन की सुविधा प्रदान करने पर जोर दिया गया है.

छात्रों और अभिभावकों के लिए जरूरी सलाह


छात्रों और अभिभावकों को चाहिए कि वे CBSE की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर समय-समय पर नजर रखें और नए परीक्षा शेड्यूल व दिशा-निर्देशों की जानकारी लेते रहें. किसी भी भ्रम से बचने के लिए स्कूल प्रशासन से भी संपर्क करना उचित रहेगा.

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