Bihar Land Survey: बंदोबस्त पदाधिकारियों को जमीन सर्वे को लेकर मिले ये निर्देश

Saroj kanwar
4 Min Read

बिहार में भूमि सर्वेक्षणका कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसे सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए सरकार ने बंदोबस्त पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है। राजस्व एवं , भूमि सुधार विभाग के प्रमुख मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने हाल ही में शास्त्री नगर स्थित सभी प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित मासिक बैठक में बंदोबस्त पर अधिकारियों को विभिन्न महत्वपूर्ण निर्देश दिए है। इन निर्देशों का मुख्य उद्देश्य जमीन सर्वे की प्रक्रिया को सरल पारदर्शी और प्रभावी बनाना है ताकि सर्वेक्षण का कार्य समय पर और विचारों रूप से पूरा हो सके।


सर्वे शिविरों के स्थान और जानकारी का प्रकाशन

दीपक कुमार सिंह ने बंदोबस्त पदाधिकारी को उनके क्षेत्र के अंचलों में आयोजित सर्वे शिविरों की जानकारी स्थानीय समाचार पत्र में प्रकाशित करवाने का निर्देश दिया है। इस जानकारी में शिविर का स्थान, शिविर प्रभारी का नाम और उनका मोबाइल नंबर शामिल होना चाहिए। इसका मुख्य उद्देश्य आम जनता को सर्वे शिविरों को आसानी से पहुंचने में सहायता करना है जिसे वे समय पर अपनी जमीन से संबंधित आवश्यक दस्तावेज की जानकारी प्रस्तुत कर सके। इसका मुख्य उद्देश्य आम जनता को सर्वे शिविरों तक आसानी से पहुंचने में सहायता करना है, जिससे वे समय पर अपनी जमीन से संबंधित आवश्यक दस्तावेज़ और जानकारी प्रस्तुत कर सकें।

क्षेत्रीय भ्रमण और सर्वे कार्य की निगरानी

अपर मुख्य सचिव ने सभी बंदोबस्त पदाधिकारी को अपने-अपने जिलों में नियमित रूप से क्षेत्रीय भ्रमण करने और दूसरे चरण के सर्वे की तैयारी को जल्दी से जल्दी पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा किसर्वे शिविरों का गठन अंचल कार्यालय के आसपास ही किया जाए ताकि सर्वे कार्य में तेजी लाई जा सके और आधुनिक उपकरणों का सही तरीके से इस्तेमाल हो सके । सर्वे शिविरों कंप्यूटर और प्रिंटर जैसी सुविधाओं का उपयोग करके सर्वेक्षण प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और कुशल बनाया जा सकेगा।

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव और भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह ने अधिकारियों को अगले एक सप्ताह के भीतर बचे हुए सभी गांवों में ग्रामसभा का आयोजन करने का निर्देश दिया। बिहार में अब तक 43 ,138 गाँवो में से 35,454 गांव में ग्राम सहयोगम ग्राम सभा का आयोजन किया जा चुका है जबकि 2611 मौजे का सर्वेक्षण से बाहर रखा गया ।ये मौजे शहरी क्षेत्र, असर्वेक्षित क्षेत्र, टोपोलैंड या फिर किसी विवादित क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं।

खतियान निर्माण के लिएआवश्यक तेरीज लेखन का कार्य भी जोरों पर है। जय सिंह ने बताया कि 13,626 मौजे मौजों में तेरीज लेखन का कार्य शुरू किया गया था, जिसमें से 8,014 मौजों में यह कार्य पूरा हो चुका है। शेष 5612 मौजों में अगले एक महीने के भीतर ये पूरा कर लिया जाएगा। इस प्रक्रिया के तहत अमीन द्वारा खतियान खतियान का सार तैयार किया जाता है, जो कि भूमि रिकॉर्ड के लिए आवश्यक होता है।

स्वघोषणा अपलोड की प्रक्रिया

बैठक में यह भी बताया गया कि रोहतास जिले में लगभग 10,000 रैयतों ने स्वघोषणा अपलोड की है, जबकि अन्य जिलों में यह कार्य धीमी गति से हो रहा है। निदेशालय की वेबसाइट पर स्वघोषणा अपलोड करने की सुविधा दी गई है, जो सीमित अवधि के लिए उपलब्ध है। रैयतों को इस सुविधा का लाभ प्राथमिकता के आधार पर उठाने की सलाह दी गई है।

इन निर्देशों के तहत बिहार में भूमि सर्वेक्षण का कार्य तेजी से और व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ रहा है, जिससे राज्य में भूमि सुधार के प्रयासों को नया आयाम मिलेगा।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *