पूरे बिहार में बिजली की दर में लाभ बढ़त लाभ होने वाला है। यह प्रभाव 1 अप्रैल 2025 से देखने को मिलेगा। बता दे की सुबह -शाम और रात के लिए अलग बिजली का रेट देना पड़ेगा। यहां जानते है बिजली की कंपनी की तरफ से क्या तैयारी है।
बिजली के रेट में बदलाव किए जाते हैं
समय-समय बिजली कंपनी की तरफ जा तरफ से बिजली के रेट में बदलाव किए जाते हैं। ऐसे बिजली आपूर्ति कंपनी की तरफ से 2025 26 मिली रिन्यूएबल एनर्जी यानी गेम पारंपरिक ऊर्जा का इस्तेमाल करने पर 1.7 रुपए प्रति यूनिट ग्रीन टैरिफ लगाने के प्रस्ताव रख दिए। इसके साथ अधिकतम 10 किलो वाट से अधिक मांग रखने पर भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं को तोड़ यानी कि टाइम ऑन डे टैरिफ के दायरे में लाने के प्रस्ताव भी दिए हैं।
टाइम ऑन डे टैरिफ जैसे ही लागू होगा तो उपभोक्ताओं को रात 11:00 से लेकर सुबह 9:00 तक की बिजली नॉर्मल रेट पर ही मिलेगी जबकि सुबह 9:00 से लेकर शाम पर 5:00 बजे तक ऊर्जा शुल्क के 80 परसेंट दर पर बिजली मिलेगा। इसके अलावा शाम के 5:00 बजे से लेकर रात के 11:00 तक एक समय में बिजली 20% तक महंगा होगा। जबकि लीन आवर में 20% सस्ती बिजली दर मिलेगी। बिजली कंपनी की तरफ से प्रस्ताव पर बाहर विद्युत विनियामक के आयोग पटना समेत पांच शहर में 8 से 20 फरवरी तक इसकी सुनवाई होगाऔर फैसला लिया जाएगा । 1 अप्रैल 2025 से बिजली बिल के लिए नहीं दरे लागू होगी।
1 अप्रैल 2025 से बिहार में बिजली की नहीं दरे लागू होने वाली है । समें बिहार में प्रस्तावित नई बिजली टैरिफ की प्रमुख बातें आपको जान लेनी चाहिए।
बिजली कंपनी ने रिन्युअल एनर्जी के मांग करने पर अर्जी शुल्क के अलावा1 पॉइंट 17 रुपए प्रति यूनिट की दर से ग्रीन ट्रैफिक लगेगा।
11/33 केवीए HTSS कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं के लिए ₹1 प्रति यूनिट की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
इसके अलावा कृषि उत्पादन का भंडार करने वाले कोल्ड स्टोरेज के लिए भी विशेष टैरिफ बनाए जाएंगे।
जितने भी कृषि और गैर घरेलू उपभोक्ता पर पावर फैक्टर सर चार्ज नहीं लगेगा।
इसके अलावा हाई टेंशन स्पेशल सर्विस क्रांतिकारी को छोड़कर सभी श्रेणी में शुल्क नहीं बढ़ेगा।
कृषि कनेक्शन छोड़कर अधिकतम मांग 10 किलोवाट से अधिक रखने वाले यूजर को टाइम ऑन डे टैरिफ का लाभ मिलेगा।