ओट्स सबसे हेल्दी फूड में शामिल किया जाता है। लेकिन बाकी फूड्स की तरह ऐसा जरूर नहीं है कि ओट्स हर किसी के फायदा ही करें। अगर आप भी ज्यादा से ज्यादा इसका सेवन करते हैं तो जान लीजिए इसका सेहत के क्या प्रभाव पड़ सकते हैं । कहते हैं अति हर चीज की बुरी होती है और ओट्स इससे अछूते नहीं है। ओट्स नेचुरल ग्लूटेन फ्री होते हैं। लेकिन फिर भी इसे पचाने में काफी लोगों को दिक्कत हो सकती है।
इनमे ग्लूटन वाले अनाज जैसे कि गेहूं और जौ मिले होते हैं
ओट्स प्रोसेस्ड होते है इनमे ग्लूटन वाले अनाज जैसे कि गेहूं और जौ मिले होते हैं। फाइबर की मात्रा ज्यादा होने पर पाचन में दिक्कत हो पैदा होने लगती है जिसकी वजह से ब्लोटिंग और गैस होने लगती है ओट्स में कॉम्लेक्स कार्ब्स होते हैं जिनकी वजह से ब्लड शुगर लेवल के अचानक से बढ़ने का खतरा बना रहता है। खासतौर पर जब आप ज्यादा मात्रा में खा लेते हैं।
डाइबिटीज मरीजों को ओट्स खाने से बचना चाहिए
ऐसे में डायबिटीज और प्री डाइबिटीज मरीजों को ओट्स खाने से बचना चाहिए। अगर आप अपनी कैलोरी काउंट करते हैं और अपना वजन कम करना चाहते हैं तो समझे कि जब आप ओट्स को ज्यादा मात्रा में खा लेते हैं इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर में ज्यादा चले जाते हैं । खासतौर पर डायबिटीज के साथ अगर आप वेट को मेंटेन कर रहे हैं तो ज्यादा ओट्स खाने से आसानी से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और से एलर्जी होने का डर बाकी अनाज की तुलना में काम रहता है। लेकिन फिर भी कई लोगों के ओट्स खाने से एलर्जी संबंधी दिक्कतें हो सकती है जैसे स्किन में इरिटेशन और जलन वगैरह।
इंस्टेंट ओट्स एंड फ्लेवर्ड ओट्स जो काफी ज्यादा प्रोसेस्ड हो सकते हैं
मार्केट में कई तरह की ओट्स मिलते हैं। इंस्टेंट ओट्स एंड फ्लेवर्ड ओट्स जो काफी ज्यादा प्रोसेस्ड हो सकते हैं। इनमें अलग से शुगर मिली हो सकती है जिसे खाने से हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ने लगता है। ऐसे में ओट्स हेल्दी ना होकर अनहेल्दी की लिस्टमें शामिल हो सकते हैं।