हिंदू धर्म में कई पेड़ पौधे हैं जिसे भगवान का वास माना जाता है और इसकी पूजा भगवान के समान ही की जाती है । इस तरह से हिंदू धर्म में और वस्तुओं के अनुसार शमी का पौधा बहुत शुभ माना जाता है। कहते हैं यह शमी की पत्तियों को अगर शिवलिंग पर चढ़ाया जाए से भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों पर शिव कृपा बरसाते हैं। इतना ही नहीं शमी का संबंध शनि देव भी होता है। इसलिए शमी के पेड़ की विशेष पूजा करना और इस पर खास दिन पानी देना बहुत जरूरी है।
यहां हम आपको बताते हैं कि आपको शमी को कब जल देना चाहिए।
वास्तु के अनुसार शमी का संबंध शनि देव से होता है और न्याय का देवता दिन शनिवार है इसलिए शमी के पौधे को शनिवार को पानी देना बहुत लाभकारी माना जाता है। इसके लिए सूर्योदय से पहले उठ कर स्नान करना है और एक लोटे में शुद्ध जल में सूर्योदय से पहले ही आप शमी के पौधे पर जल चढ़ाएं। कहते हैं शमी के पौधे पर अगर शनिवार को सूर्य से पहले जल चढ़ाया जाए तो शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
स्टील के लोटे से पानी नहीं चढ़ाना चाहिए
शाश्त्रो के अनुसार ,शमी के पौधे पर कभी भी स्टील के लोटे से पानी नहीं चढ़ाना चाहिए इसके लिए पीतल या तांबे के पात्र का ही इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि दोनों ही शुद्ध धातु माने जाते हैं। कहते हैं अगर शमी के पौधे को हर शनिवार को जल चढ़कर दीपक जलाया जाए तो शनि देव प्रसन्न होते हैं और शनि देव की कृपा से आपके जीवन को सफलता मिलती है और शनि का दुष्प्रभाव भी दूर होता है। इतना ही नहीं इससे घर की नेगेटिविटी भी दूर होती है। रामायण में भी शमी के पौधे का महत्व बताया गया है।