Ajab Gajab news : आप लोगों ने विमानों और जहाजों में सफर तो जरूर किया होगा. आप लोगों ने सफर करते हुए जरूर देखा होगा कि प्लेन और जहाज में हमेशा गोल खिड़कियां लगी होती है.
अधिकतर लोगों के दिमाग में एक सवाल आता है कि इनमें गोल आकार की खिड़कियां क्यों बनी होती है चौकोर आकार की क्यों नहीं? आज हम आपको बताते है इसके पीछे की वजह.
अगर हम घर में कुछ बनवाते है तो उसका डिजाइन या आकार जरूर देखते है. हर आकार के पीछे कोई ई न कोई वजह होती है. इमारतों और घरों में जो खिड़कियां होती हैं वे चौकोर होती हैं. यहां तक कि कार में भी इनका आकार चौकोर होता है.
लेकिन विमानों और जहाजों में चौकोर आकार की जगह गोल आकार की खिड़कियां लगाई जाती है. विमानों में अब तो खिड़कियों का आकार बदल गया है. लेकिन जहाजों की खिड़कियों का आकार अभी भी गोल है.
जहाजों में खिड़कियों के गोल होने की वजह द्वितीय विश्व युद्ध से आई है. उस समय एक लिबर्टी कार्गो जहाज दो हिस्सों में कटकर आधा-आधा हो गया था. बताया जाता है कि उस समय 19 लिबर्टी जहाज टूटे थे और इन हादसों में बहुत सारे लोगों की जान चली गई थी.
बताया जाता है कि इसके पीछे की वजह चौकोर आकार की खिड़कियां है. बताया जाता है कि एक नुकीला 90 डिग्री का कोना गड़बड़ी पैदा कर देता है. जिससे सारा दबाव एक छोटे से बिंदु पर एकाग्र हो जाता है.
ये स्थान विनाशकारी दरार बनाने की शुरुआत के लिए आदर्श स्थान है. उस दौर के जहाजों में बहुत ज्यादा सल्फर और फोसफोरस था जिससे उनकी वेल्डिंग से मरम्मत करना मुश्किल हो जाता था.
चौकोर कोने वाली जगहों में बनी दरारें जहाजों में समस्याएं पैदा करती है. इसी वजह से विमानों और जहाजों में गोल आकार की खिड़कियां लगाई जाती है.