Air conditioner usage limit: मनमर्जी तापमान पर नही चला सकेंगे AC, सरकार ने तय की AC की टेंपरेचर लिमिट

Saroj kanwar
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Air conditioner usage limit: देशभर में गर्मी का स्तर हर साल नया रिकॉर्ड छू रहा है। तापमान 45 डिग्री से ऊपर जा रहा है, और लोग दिनभर एसी की ठंडी हवा पर निर्भर हो गए हैं। चाहे ऑफिस हो या घर, हर जगह एसी की ठंडक ही राहत का जरिया बन चुकी है। इसी बीच सरकार ने एसी के तापमान को लेकर नया नियम बनाने का फैसला लिया है, जो सभी उपभोक्ताओं के लिए जरूरी हो सकता है।

20 से 28 डिग्री के बीच ही चलेगा AC


भारत सरकार अब एसी के लिए एक स्टैंडर्ड तापमान तय करने जा रही है। नए नियम के तहत अब कोई भी व्यक्ति अपना एसी 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे या 28 डिग्री से ऊपर नहीं चला सकेगा। यह कदम ऊर्जा की बचत और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है।

क्या पहले से लगे AC पर भी लागू होगा ये नियम?


अब सवाल ये उठता है कि जिन लोगों ने पहले से अपने घरों में AC लगाए हुए हैं, क्या उन्हें भी इस नियम का पालन करना होगा?
फिलहाल सरकार ने इस पर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं जारी किए हैं, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि नए AC में यह सेटिंग प्री-इंस्टॉल होकर आएगी। पुराने मॉडल्स पर नियम लागू करने को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है।
ऊर्जा मंत्री ने दिए संकेत
भारत के केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह जानकारी दी है कि सरकार एयर कंडीशनिंग के लिए नए मानक लागू करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने बताया कि न्यूनतम तापमान 20 डिग्री और अधिकतम 28 डिग्री तय किया जाएगा, जिससे बिजली की खपत कम होगी और वातावरण पर दुष्प्रभाव भी घटेगा।

बिजली की खपत में आएगी कमी


सरकार का मानना है कि जब एसी का तापमान कम से कम 20 डिग्री तक सीमित रहेगा, तो
कंप्रेशर पर कम दबाव पड़ेगा,
बिजली की खपत घटेगी,
और कुल मिलाकर ऊर्जा संरक्षण में बड़ी भूमिका निभाई जा सकेगी।
इससे लाखों यूनिट बिजली की बचत की जा सकती है, जो देश के लिए लंबे समय में लाभकारी होगा।


पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम कदम


यह नया नियम ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल डेवेलपमेंट की दिशा में सरकार का बड़ा कदम माना जा रहा है। तेज गर्मी और बढ़ते ग्रीनहाउस गैसों के प्रभाव को देखते हुए भारत जैसे बड़े और घनी आबादी वाले देश में ऐसे नियमों का होना जरूरी माना जा रहा है।

नियम कब से होंगे लागू?


हालांकि, सरकार की तरफ से अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि ये नियम किस तारीख से लागू होंगे। लेकिन संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले महीनों में यह गाइडलाइन लागू की जा सकती है। इसके बाद एसी निर्माता कंपनियों को भी अपनी सेटिंग्स इसी अनुसार बदलनी होगी।’


उपभोक्ताओं को क्या करना चाहिए?


अगर आपने हाल ही में एसी खरीदा है या खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह ज़रूर सुनिश्चित करें कि

एसी में एडजस्टेबल टेंपरेचर सेटिंग हो,
ऊर्जा दक्षता रेटिंग (BEE स्टार रेटिंग) चेक करें,
और कूलिंग कैपेसिटी को ध्यान में रखें।
यह न केवल बिजली की बचत करेगा, बल्कि सरकारी मानकों के अनुसार भी उपयुक्त रहेगा।

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