कार या बाइक चलाते हैं तो आपको पेट्रोल पंप पर अक्सर जाना आना भी होता होगा। कई पेट्रोल पंप पर एक चेतावनी अक्सर दिख जाती है कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। खास तौर से जहां गाड़ी में तेल डाला जा रहा है उसके आसपास। लेकिन कभी आपने सोचा है कि आखिर मोबाइल इस्तेमाल करने से कौन सा पहाड़ टूट पड़ेगा तो चेतावनी जारी करनी पड़ रही है। आज हम आपको इसकी असली वजह बताते हैं।
सच्चाई जानने के बाद अब गलती से भी गाड़ी में तेल डलवाते समय फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
दरअसल देश में कई बार ऐसी घटना हो चुकी है जहां पेट्रोल पंप पर मोबाइल का इस्तेमाल करने से आग लग गई है। हैदराबाद में हुई एक घटना में बाइक सवार युवक ने पेट्रोल डलवाते समय कॉल रिसीव किया उसकी बाइक में आग लग गई। सुनने में यह मामला चौंकाने वाला है लेकिन असलियत जानने के आपको भी डर लगेगा।
यह बात तो सभी को पता है कि पेट्रोल बहुत ही ज्वलनशीलतारण पदार्थ है गाड़ी की टंकी में तेल डालते समय अक्सर आपने नोजल के पास और आपकी टंकी के आसपास एक भाप जैसी तिरंगे भी देखी होगी। यह भाप जैसी चीज पेट्रोल के ही महीन कण होते हैं। उनके आसपास जरा सी चिंगारी भी विस्फोट करने के लिए काफी होती है।
मोबाईल की रेडिएशन है खराब
मोबाइल चाहे स्मार्ट हो या साधारण हर तरह के फोन से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन निकलती है। इन तरंगों के आसपास की चीजों से टकराने पर चिंगारी पैदा होने का खतरा रहता है। यह रेडिएशन पेट्रोल की उस भाप जैसी चीज की संपर्क में आने पर विस्फोट पैदा कर सकता है। मोबाइल का रेडिएशन ज्यादा होने पर आपके स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ता है।
कॉल करने पर सबसे ज्यादा खतरा
मोबाइल से रेडिएशन उसे समय ज्यादा घातक होता है जब आप कॉल पर होते हैं। लिहाजा पेट्रोल पंप पर तेल डालते समय मोबाइल कॉल ना करने की चेतावनी रहती है। अभी तक पेट्रोल पंप पर मोबाइल से आग लगने की जितनी भी घटना हुई है वह फोन पर बात करते समय ही घटी है। लिहाजा तेल डलवाते समय अगर आप बात करना जरूरी है तो पंप के नोजल से मोबाइल फोन की उचित दूरी होनी चाहिए जो करीब 6 फिट बताई गयी है।