गाड़ी को बिना परेशानी चलाने के लिए जिस तरह सभी पार्ट्स का काम करना जरूरी होता है वैसे ही अगर आपकी कार में उचित मात्रा में कूलेंट हो तो इंजन की उम्र को भी आसानी से बढ़ाया जा सकता है। हम इस खबर में आपको बता दें की कार के इंजन में कूलेंट का होना कितना जरूरी होता है।
क्यों जरूरी है कूलेंट
कार को चलाने पर इंजन का तापमान काफी ज्यादा हो जाता है। इस काम करने के लिए कूलेंट का उपयोग किया जाता है। अगर कार में कूलेंट ना हो तो इंजन का तापमान लगातार बढ़ता जाएगा और लंबे समय तक ऐसा होने के कारण इंजन के अंदर कई पार्ट्स काफी तेजी से खराब होने लगते हैं जिससे इंजन सीज भी हो सकता है।
मिलते हैं यह फायदे
इंजन के कूलेंट की वजह से और भी कई फायदे होते हैं। कार चलाते हुए इंजन को ठंडा रखने के साथ ही इंजन के मौजूद कई दूषित को बैठने का काम करता है। इसके अलावा यह इंजन के अंदर जंग लगने से भी बचाता है। अगर कार में कूलेंट की मात्रा कम हो जाती है तो खास तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे पहले तो इंजन का तापमान बढ़ जाता है जिससे कार ओवर हिट हो सकती इसके अलावा अचानक तापमान बढ़ने की साथ ही एवरेज भी कम होने लगती है तो भी कूलेंट को चेक करना चाहिए।
कूलेंट कब बदलना चाहिए
कार के इंजन को ठंडा रखने वाला कूलेंट भी खराब होता है इसलिए इसी समय पर बदल लेना बेहतर रहता है। आमतौर पर सर्विस के समय ही इसे बदला जा सकता है। इसके अलावा कई बार गाड़ी के इंजन के पास बदबू आने लगती है तो कूलेंट को बदलना बेहतर रहता है।