प्रेग्नेंसी के साथ ही कई तरह की दिक्क़ते शुरू हो जाती है। सूजन ,बेचैनी से लेकर वजन तक बढ़ना प्रेग्नेंसी की जटिलता है। इन दिक्कतों से पार पाकर माँ की गोद में बच्चा आता है लेकिन इसके भी परेशानिया कम नहीं होती है।
बच्चों के जन्म के बाद अधिकांश महिलाओं में बाल तेजी से झड़ने लगते हैं । हफिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक ,बच्चों को जन्म देने के बाद करीब 40% महिलाओं में बाल झड़ने लगते हैं। आखिर कौन सी ऐसी वजह है जिसके कारण महिलाओं में पोस्टपार्टम के बाद बाल गिरने लगते हैं और इसके बाद की क्या इसका क्या निदान है।
पोस्टपार्टम के बाद बाल गिरने के कारण
रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं में डिलीवरी के बाद बाल झड़ने का सबसे कारण हार्मोन में तीव्रता के साथ बदलाव है। एस्ट्रोजन बालों के लिए बहुत अच्छा होता है जब महिलाएं प्रेग्नेंट होती है तो शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल बहुत बढ़ जाता है। एस्ट्रोजन हार्मोन बालों के विकास के लिए जिम्मेदार एनाजेन फेज की समय अवधि को बढ़ा देते हैं जो इनोजन फेस करीब 4 से 6 साल का होता है यानी इस दौरान बालों का ग्रोथ बढ़ जाता है।
अधिकांश महिलाओं को प्रेगनेंसी के दूसरे और चौथे ट्रिमेस्टर में बालों का ग्रोथ बहुत बढ़ जाता है लेकिन जैसे ही महिलाएं बच्चे के जन्म देती है एस्ट्रोजन लेवल तेजी से घटने लगता है। इसके साथ ही जितने बाल बढ़ते है वह अब गिरने लगते हैं। बच्चों को जन्म देने की शुरुआती 3 से 4 महीने तक एस्ट्रोजन बहुत तेजी से कम होने लगता है इसलिए बाल भी बहुत तेजी से झड़ते हैं।
बालों को डैमेज करने में विलेन है
इसके अलावा और भी कई कारण बाल गिरने के लिए जिम्मेदार है। पोस्टपार्टम के बाद महिलाएं मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर होने लगती है ,तनाव बढ़ जाता है ,मेंटल हेल्थ प्रभावित होता है , थायराइड हार्मोन बढ़ जाता है । इन सब का असर बालों पर पड़ता है। बच्चों के जन्म लेने के बाद विटामिन डी ,विटामिन बी 12 , जिंक आयरन और फेरिटिन भी कम हो जाता है। यह सब कारण बालों को डैमेज करने में विलेन है।
बालों को पोस्टपार्टम के बाद झड़ने से बचने के लिए आयरन और फेरिटिन जैसे पोषक तत्वों का भरपूर सेवन करना चाहिए। इसके लिए सप्लीमेंट भी ले सकते हैं। वहीं बेस्टफ्रिंडिंग भी बालों को ज्यादा बढ़ने से रोक सकता है।
तनाव लेने से बाल झड़ेंगे ,इसलिए तनाव न ले और पर्याप्त नींद ले। अगर थायराइड की दिक्कत है तो इसे चेक कराये और इसका इलाज कराये। पोस्टपार्टम के 6 महीने बाद कंपलीट ब्लड टेस्ट कराये और डॉक्टरों की सलाह से किसी चीज की कमी होने पर दवा ले। इन उपायों से बाल गिरना कम हो सकता है।