आज के समय में बढ़ती बिजली की डिमांड के कारण बिजली के बिल में तेजी से इंक्रीज हो रही है । बढ़ती एनर्जी कोस्ट से निपटने की एक इफेक्टिव तरीका सोलर पैनल का उपयोग करना है। सोलर पैनल सनलाइट को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में कन्वर्ट करते हैं जिससे बिजली जनरेट करने का एक एनवायरमेंटल फ्रेंडली तरीका मिलता है। इससे फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम हो जाती है और पर्यावरण भी ज्यादा सस्टेनेबल बनता है। आज हम बात करेंगे कि कैसे आप भी सोलर पैनल लगवा कर पैसों की बचत कर सकते हैं। सोलर पैनल में इन्वेस्ट करना एक अच्छा डिसीजन हो सकता है। क्योंकि एक बार इंस्टॉल होने के बाद 25 साल तक बिजली जनरेट कर सकते हैं।
एफिशिएंसी में लॉस को रोकने में मदद करती है
सोलर पैनल में इनिशियल इन्वेस्टमेंट कर से पांच साल के अंदर रसूल की जा सकती है इस पीरियड के बाद आप सोलर पैनल की लाइफ के बचे 20 साल मुफ्त बिजली को आनंद ले सकते हैं। सोलर पैनल हर लगभग 0.5 एफिशिएंसी यूज करते हैं। कंपनी अपने सोलर पैनल 25 साल की वारंटी देती है उसके बाद भी पैनल 80% एफिशिएंसी से काम करने में सक्षम होते हैं। सोलर पैनल की लाइफ साइकिल और एफिशिएंसी को बढ़ाने के लिए साफ और धूल और गंदगी से फ्री रखना जरूरी है। रेगुलर मेंटेनेंस और सफाई उनके परफॉरमेंस को बनाए रखने और एफिशिएंसी में लॉस को रोकने में मदद करती है।
सोलर पैनल सर्विसिंग कॉस्ट कितनी होगी?
सोलर पैनल सर्विसिंग में आपके सोलर सिस्टम की मेंटेनेंस और उप-कीप शामिल है।सोलर पैनल की लाइफसाइक्लिंग को समझकर सर्विसिंग कोस्ट को एस्टीमेट किया गया जा सकता है। अपने सोलर सिस्टम को इंस्टॉल करने वाले कंपनी के साथ देने वालेएनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट (AMC) का ऑप्शन चुन सकते हैं। AMC के साथ सर्विसिंग काम फ्री में ऑफर किए जाते हैं जबकि अन्य में नॉर्मल चार्ज लग सकता है।
सर्विसिंग के दौरान सोलर के एफिशिएंसी कैपेसिटी जांच की जाती है
सर्विसिंग के दौरान सोलर के एफिशिएंसी कैपेसिटी जांच की जाती है। बेंगलुरु सिस्टम करने कंपोनेंट पर मेंटेनेंस किया जाता है। सोलर पैनल की सफाई सर्विसिंग प्रक्रिया का एक जरूरी पार्ट है जिससे इफेक्टिव बिजली एफिशिएंट बिजली जनरेट करते हैं। अगर सिस्टम में कोई समस्या के सर्विस के दौरान उसका सॉल्यूशन किया जाता है और उसकी रिपेयर की जाती है। प्रॉपर मेंटेनेंस और केयर से आपके सोलर पैनल आसानी से मिलने का प्रोडक्शन कर सकते हैं।
सोलर पैनल लगाने के लिए इन्सेन्टिवाइस करने के लिए सब्सिडी ऑफर करती है
सरकार नागरिकों को सोलर पैनल लगाने के लिए इन्सेन्टिवाइस करने के लिए सब्सिडी ऑफर करती है। केंद्र राज्य दोनों सरकारी फाइनेंस इंस्टीट्यूट देखकर सोलर एनर्जी को ज्यादा एक्सेसिबल बनाने के लिए काम कर रही है। सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए आपको एक कंक्रीट सोलर सिस्टम इनस्टॉल करना होगा जिसमें बैटरी का उपयोग होता है। ऑन ग्रिड सिस्टम में सोलर पैनल द्वारा जनरेट की गई बिजली को इलेक्ट्रिक ग्रेड के साथ शेयर किया जाता है।
सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाकर आप कम कीमत पर सोलर सिस्टम इनस्टॉल कर सकते हैं
ग्रिड की बिजली आपके सभी एम्प्लायन्स को पावर देता है और शेयर की गई बिजली का अमाउंट की कैलकुलेशन करने के लिए नेट मीटरिंग का उपयोग किया जाता है। सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाकर आप कम कीमत पर सोलर सिस्टम इनस्टॉल कर सकते हैं। इससे आपकी बिजली बिल में काफी कमी आ सकती और आप एडिशनल बिजली को यूटिलिटी कंपनी को वापस बेच सकते हैं। सरकार ने हाल ही में पीएम सूर्योदय मुफ्त बिजली योजना शुरू की है जिसके तहत 1 किलो वाट के लिए 30 ,०००, 2 किलोवाट के लिए ₹60000 ,3 किलो वाट से 10 किलो वाट तक की सोलर सिस्टम के लिए 18000 की सब्सिडी दीजाती है।