करोड़पति बनने के लिए इस अद्भुत 21x10x12 फॉर्मूले का पालन करें।

Saroj kanwar
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हर व्यक्ति आर्थिक रूप से सुरक्षित भविष्य चाहता है और पैसों की चिंताओं से मुक्त जीवन जीना चाहता है। अमीर बनने का सपना देखने वाले अधिकांश लोग कड़ी मेहनत करते हैं और बचत करते हैं, लेकिन सही निवेश विकल्पों का चुनाव न करने के कारण उनका पैसा उतनी तेजी से नहीं बढ़ता जितना बढ़ सकता था। ऐसे में म्यूचुअल फंड में एसआईपी एक ऐसा विकल्प बनकर उभरता है जो लंबे समय में एक मजबूत निधि बनाने में मदद करता है।

एसआईपी में निवेश करना एक समझदारी भरा निर्णय क्यों है?

एसआईपी, यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, एक ऐसी विधि है जिसमें हर महीने एक निश्चित राशि का निवेश किया जाता है। यह निवेशक को अनुशासन सिखाता है और बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण होने वाली घबराहट से बचाता है। एसआईपी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आप छोटी राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं और समय के साथ एक बड़ा लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।

21x10x12 का सूत्र क्या है?

21x10x12 का सूत्र एसआईपी निवेश के लिए एक सरल गणना है। यहाँ, 21 का अर्थ है 21 वर्षों के लिए निवेश, 10 का अर्थ है 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी और 12 का अर्थ है 12 प्रतिशत का औसत वार्षिक रिटर्न। यह सूत्र दर्शाता है कि नियमित निवेश और समय का सही उपयोग किसी को करोड़पति कैसे बना सकता है।

चक्रवृद्धि ब्याज से आपका पैसा कैसे बढ़ता है?
दीर्घकालिक निवेश में चक्रवृद्धि ब्याज सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल आपके मूल निवेश पर प्रतिफल देता है, बल्कि पहले अर्जित प्रतिफल पर भी प्रतिफल जोड़ता है। यही कारण है कि आप जितनी जल्दी एसआईपी शुरू करेंगे, उतना ही अधिक लाभ मिलेगा। समय के साथ, आपका पैसा तेजी से बढ़ने लगता है।

कुल धनराशि कितनी होगी?

यदि कोई व्यक्ति 30 वर्ष की आयु में 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी शुरू करता है और इसे 21 वर्षों तक जारी रखता है, तो कुल निवेशित राशि लगभग 25.20 लाख रुपये होगी। यदि इस पर औसतन 12 प्रतिशत वार्षिक प्रतिफल मिलता है, तो चक्रवृद्धि ब्याज के माध्यम से यह राशि लगभग 1.04 करोड़ रुपये तक बढ़ सकती है। इसका अर्थ है कि 51 वर्ष की आयु तक करोड़पति बनने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।

उच्च प्रतिफल का अर्थ है अधिक लाभ।
म्यूचुअल फंड एसआईपी पर मिलने वाला रिटर्न बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है। कई फंडों ने लंबी अवधि में 14 से 18 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है। अगर रिटर्न उम्मीद से ज्यादा हो, तो आपका फंड लक्ष्य से कहीं ज्यादा बढ़ सकता है। यही कारण है कि एसआईपी को लंबी अवधि के लिए एक भरोसेमंद निवेश विकल्प माना जाता है।

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निरंतरता और धैर्य सफलता की कुंजी हैं।

एसआईपी के माध्यम से बड़ा फंड बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक निरंतर निवेश और धैर्य हैं। बीच में ही निवेश रोकना या बाजार गिरने पर घबरा जाना लक्ष्य को प्रभावित कर सकता है। अगर निवेशक अनुशासन के साथ निवेश करना जारी रखता है, तो 21x10x12 का फॉर्मूला उसे आर्थिक रूप से मजबूत बना सकता है।

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