नई दिल्ली: बांग्लादेश में हालात एक बार फिर बिगड़ रहे हैं। दंगाई कई जगहों पर हिंसा कर रहे हैं और पूरे देश में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। बांग्लादेश में एक भीड़ ने एक हिंदू व्यक्ति को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला, इस घटना की दुनिया भर में निंदा हो रही है। इस लिंचिंग की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने एक बयान जारी कर कहा है कि लिंचिंग के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। यह घटना गुरुवार को मयमनसिंह जिले के बलुका इलाके में हुई। एक कपड़ा कारखाने में काम करने वाले 25 वर्षीय दीपू चंद्र दास को कथित ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।
मोहम्मद यूनुस ने आगे कहा, यहां देखें
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने एक बयान जारी कर महत्वपूर्ण टिप्पणियां कीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह बयान जारी करते हुए कहा कि गिरफ्तार किए गए 10 लोगों में से सात को रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) ने पकड़ा, जबकि तीन अन्य को पुलिस ने संदिग्ध के तौर पर हिरासत में लिया।
उन्होंने आगे बताया कि आरएबी और पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार करने के लिए विभिन्न स्थानों पर अभियान चलाए। गिरफ्तार संदिग्धों की आयु कथित तौर पर 19 से 46 वर्ष के बीच है।
भीड़ ने शव को फांसी पर लटका दिया और जला दिया।
पुलिस ने बताया कि भीड़ ने पहले कथित ईशनिंदा के आरोप में हिंदू व्यक्ति दीपू चंद्र दास का कारखाने के बाहर पीछा किया और उसे पीटा। इसके बाद भीड़ ने उसे एक पेड़ से लटका दिया। बाद में, भीड़ ने शव को ढाका-मयमनसिंह राजमार्ग के पास छोड़ दिया। कुछ ही देर बाद, कुछ लोगों ने शव को आग लगा दी, जो मानवता की सभी सीमाओं को पार करने वाला एक भयावह कृत्य था।