म्यूचुअल फंड निवेश: म्यूचुअल फंड आजकल एक लोकप्रिय निवेश पद्धति है। हज़ारों निवेशक इसमें निवेश कर रहे हैं। अनुशासित दीर्घकालिक निवेश से एक बड़ा फंड बनाया जा सकता है। इसका एक प्रमुख उदाहरण आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का लार्ज कैप फंड है, जिसने ₹10 लाख के पूंजी निवेश को ₹1.13 करोड़ (US$2.9 मिलियन) तक बढ़ा दिया।
इस फंड ने अपने मज़बूत प्रदर्शन और स्थिरता के कारण म्यूचुअल फंड उद्योग में एक विशिष्ट पहचान बनाई है। मई 2008 में लॉन्च हुआ यह फंड अब 17 साल से ज़्यादा पुराना है और निवेशकों को लगातार बेहतरीन परिणाम दे रहा है।
इस फंड में कैसे निवेश करें?
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लार्ज कैप फंड भारत की शीर्ष 100 कंपनियों, यानी सबसे बड़ी और सबसे मज़बूत कंपनियों में निवेश करता है। यह फंड बॉटम-अप स्टॉक-पिकिंग दृष्टिकोण अपनाता है, और कंपनियों का चयन उनके प्रदर्शन, बाज़ार में अग्रणी स्थिति और लंबी अवधि में स्थिर विकास क्षमता के आधार पर करता है। फंड मैनेजर अनीश तवाकले के अनुसार, पोर्टफोलियो में शामिल कंपनियों का लाभ का रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए और भविष्य में लगातार चक्रवृद्धि ब्याज (कंपाउंडिंग) की संभावना होनी चाहिए।
लार्ज-कैप फंड सबसे सुरक्षित विकल्प हैं
लार्ज-कैप फंड आमतौर पर बड़े और स्थिर व्यवसायों में निवेश करते हैं, इसलिए बाज़ार में भारी उतार-चढ़ाव के दौरान भी, इन फंडों में कोई खास गिरावट नहीं आती। मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंडों के उच्च मूल्यांकन की तुलना में, लार्ज-कैप फंड अधिक सुरक्षित और जोखिम-संतुलित माने जाते हैं।
इस फंड ने 2008 के वित्तीय संकट, 2013 के ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव और 2020 की कोविड-19 मंदी जैसे बड़े संकटों का सामना किया है, लेकिन लंबी अवधि में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।
10 लाख रुपये का निवेश 1.13 करोड़ रुपये कैसे बन जाएगा?
रिपोर्ट के अनुसार, अगर किसी निवेशक ने 23 मई, 2008 को इस फंड में 10 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो 31 अक्टूबर, 2025 तक यह राशि लगभग 1.13 करोड़ रुपये हो जाती। इस फंड का CAGR लगभग 15% रहा है। इसकी तुलना में, निफ्टी 100 टीआरआई बेंचमार्क ने इसी अवधि में 11.3% की सीएजीआर दी, जिससे ₹10 लाख केवल ₹68.9 लाख में बदल गए।
एसआईपी ने भी असाधारण प्रदर्शन किया
एकमुश्त निवेश के अलावा, इस फंड ने एसआईपी के माध्यम से भी निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। अगर शुरुआत से ही ₹10,000 का मासिक एसआईपी किया जाता, तो ₹21 लाख का कुल निवेश बढ़कर ₹95.8 लाख हो जाता। यह लगभग 15.5% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) दर्शाता है, जबकि बेंचमार्क ने केवल 13.8% का रिटर्न दिया। पिछले तीन और पाँच वर्षों में, इस फंड ने अपने बेंचमार्क से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।
फंड का आकार और निवेशकों का भरोसा
आज, यह फंड ₹75,863 करोड़ के एयूएम के साथ अपनी श्रेणी का सबसे बड़ा फंड बन गया है। इतना बड़ा एयूएम दीर्घकालिक निवेशकों के विश्वास का स्पष्ट संकेत है। इस फंड की प्रमुख होल्डिंग्स में बैंकिंग, वित्त, आईटी और उपभोक्ता क्षेत्र शामिल हैं, जिन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था की सबसे मजबूत रीढ़ माना जाता है।