क्या आपके मंदिर का दिया भी बुझ जाता है बार -बार ,यहां जाने क्या है इसका भविष्य का संकेत

Saroj kanwar
3 Min Read

ईश्वर की प्रति सच्ची आस्था रखने वाली सनातनी सुबह -शाम अपने घर में भगवान के सामने दिया जलते हैं। लेकिन कई बार दिया जलाते समय बार-बार दीपक बुझ जाता है इसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। ज्योतिष के मुताबिक ,घर में वास्तु दोष होने पर दिया बार-बार बुझ जाता है किसी अशुभ संकेत को बताता है। इसलिए जरूरी है यह मंदिर सही दिशा में बना हो। भगवान की स्थापना सही दिशा में हो पूजा के दौरान दीपक सही दिशा में लगाने से वास्तु दोष छुटकारा पाया जा सकता है।

ज्योतिषी के मुताबिक , दीपक का बुझना अशुभ माना जाता है। दीपक का बार-बार बुझना किसी अशुभ घटना को संकेत देता है। यह वास्तु दोष की वजह से होता है। अगर दीपक अच्छे से जल रहे थे इसका मतलब होता है कि पूरे घर में और दीपक लगाने के वाले के जीवन में अच्छे संकेत प्राप्त हो सकते हैं।

वास्तु को समझने के लिएकरे यहां भ्रमण

इसलिए जब भी नया घर बनाए तो ऐसे राजा -महाराजाओं की प्राचीन ऐतिहासिक किलो , महलो का भ्रमण जरूरकरना चाहिए। जो आज भी अस्तित्व में है । जो किला वास्तु के अनुसार बना हो। उसके मुख्य द्वार पर शुभ चिन्ह होता है। जैसे जोधपुर घराना ,जयपुर घराना ,सिंधिया घराना। यह घराना इस बात का उदाहरण है इनके किले और महल वास्तु के अनुसार बने हैं। अन्यथा जिन राजाओं के किले वास्तु के अनुसार नहीं बने थे , वह आज नेस्तनाबूद हो गए हैं।

घर का निर्माण करवाए तो वास्तु अनुरूप किलो का भ्रमण जरूर करें

ज्योतिष के मुताबिक ,जब भी घर का निर्माण करवाए तो वास्तु अनुरूप किलो का भ्रमण जरूर करें । जिससे वास्तु को समझे इसके बाद ही अपने घर का निर्माण करवाए। इससे वास्तु दोष की भविष्य में होने वाले भी किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सकेगा इसलिए जब भी घर का निर्माण करवाए तो मंदिर हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए। आग्नेय कोण में किचन होना चाहिए। पूर्व दिशा की ओर भगवान का मुख होना चाहिए। ऐसा इसी दिशा में दीपक जलाएं। इसे सभी प्रकार की शुभ तरंगे की उत्पन्न होती है और घर में वास्तु दोष खत्म होता है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *