क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी चेतावनी: ऑनलाइन धोखाधड़ी के तुरंत बाद उठाए जाने वाले 5 ज़रूरी कदम

Saroj kanwar
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क्या आप क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी या अन्य ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं? हो सकता है कि साइबर अपराधियों ने आपके खाते से पैसे निकाल लिए हों, लेकिन तुरंत कार्रवाई करके आप अपने नुकसान को कम कर सकते हैं और न्याय की ओर पहला कदम उठा सकते हैं। धोखाधड़ी होने के बाद हर मिनट कीमती होता है। अपने धन की सुरक्षा और कानूनी कार्रवाई शुरू करने के लिए आपको तुरंत उठाए जाने वाले पाँच सबसे ज़रूरी कदमों के बारे में जानें।

कार्ड तुरंत ब्लॉक करें
धोखाधड़ी का पता चलने पर, आपका पहला और सबसे ज़रूरी कदम अपने क्रेडिट कार्ड को तुरंत ब्लॉक करना है। यह कदम बेहद ज़रूरी है क्योंकि यह धोखेबाजों को आपके कार्ड का इस्तेमाल करके आगे कोई लेन-देन करने से रोकता है। बैंक के मोबाइल ऐप या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करके, आप ‘कार्ड सेवाएँ’ या ‘हॉटलिस्ट’ सेक्शन में जाकर कार्ड को हमेशा के लिए ब्लॉक कर सकते हैं। बैंक की 24/7 ग्राहक सेवा हेल्पलाइन पर तुरंत कॉल करें।
यह नंबर आपके कार्ड के पीछे या बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर आसानी से उपलब्ध है। अगर आप किसी बैंक शाखा के पास हैं, तो तुरंत वहाँ जाएँ और अधिकारियों को सूचित करें। ऐसा करने से आपके कार्ड पर सभी अनधिकृत गतिविधियाँ तुरंत बंद हो जाएँगी।
बैंक और UPI/वॉलेट सेवा प्रदाता को सूचित करें
कार्ड ब्लॉक करने के बाद, आपको बैंक के धोखाधड़ी विभाग को असामान्य लेनदेन के बारे में तुरंत विस्तृत जानकारी देनी चाहिए। अपने बैंक को कॉल करें और स्पष्ट रूप से बताएँ कि आपके साथ धोखाधड़ी हुई है और आपने लेनदेन नहीं किया है। उन्हें लेनदेन की तारीख, समय और राशि नोट करने के लिए कहें।

यदि पैसा किसी डिजिटल वॉलेट (जैसे पेटीएम, फोनपे) या UPI के माध्यम से स्थानांतरित किया गया था, तो आपको तुरंत उस सेवा प्रदाता को भी सूचित करना चाहिए। वे उस विशिष्ट लेनदेन को ट्रैक करने और उसे रोकने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। साथ ही, बैंक को ईमेल के माध्यम से एक लिखित शिकायत भेजें ताकि आपके पास उसका रिकॉर्ड हो।

साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करें
वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में, पुलिस में शिकायत दर्ज करना कानूनी रूप से अनिवार्य है। इससे आपकी पुनर्प्राप्ति प्रक्रिया मजबूत होती है। आप भारत सरकार के आधिकारिक साइबर अपराध पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सरल और त्वरित है।

शिकायत दर्ज करते समय, आपको सभी लेनदेन विवरण, कॉल रिकॉर्ड (यदि उपलब्ध हों), और धोखाधड़ी वाले संदेशों के स्क्रीनशॉट सावधानीपूर्वक अपलोड करने होंगे। शिकायत दर्ज करने के बाद आपको जो शिकायत संख्या प्राप्त होती है, उसे संभाल कर रखें। बैंक और जाँच एजेंसियाँ इसी संख्या के आधार पर जानकारी संसाधित करती हैं।

सभी सबूत सुरक्षित रखें
अपनी जाँच में मदद के लिए सभी डिजिटल सबूतों को सुरक्षित रखना बेहद ज़रूरी है। धोखाधड़ी से जुड़े सभी एसएमएस, ईमेल और कॉल लॉग (जिनमें धोखेबाज़ का नंबर हो) के स्क्रीनशॉट लें। अपने बैंक स्टेटमेंट में दिखाई देने वाले धोखाधड़ी वाले लेन-देन को हाइलाइट करें। अपनी साइबर अपराध शिकायत और बैंक को भेजे गए ईमेल की एक प्रति अपने पास रखें। यह दस्तावेज़ बैंक या पुलिस के साथ भविष्य में बातचीत के लिए एक मज़बूत आधार प्रदान करेगा।
नया कार्ड जारी करवाएँ और पासवर्ड बदलें
जैसे ही आपका पुराना कार्ड ब्लॉक हो जाए, तुरंत अपने बैंक से नए क्रेडिट कार्ड का अनुरोध करें। इसके अलावा, आपको अपने सभी महत्वपूर्ण वित्तीय खातों (जैसे नेट बैंकिंग, ईमेल और अन्य डिजिटल वॉलेट) के पासवर्ड तुरंत बदल देने चाहिए। भविष्य में किसी भी डेटा चोरी को रोकने के लिए एक मज़बूत और अनोखा पासवर्ड सेट करें जिसमें बड़े अक्षर, छोटे अक्षर, संख्याएँ और विशेष वर्ण शामिल हों।

बिना देर किए ये निर्णायक कदम उठाने से न केवल आप बड़े वित्तीय नुकसान से बचेंगे, बल्कि न्याय की लड़ाई में भी आगे रहेंगे। सफल रिकवरी के लिए त्वरित और व्यवस्थित कार्रवाई आपकी सबसे बड़ी ताकत है।

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