डोईवाला क्षेत्र में रहने वाले एक युवक के साथ ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड प्रक्रिया के दौरान बड़ी साइबर ठगी हुई। केवाईसी कॉल के नाम पर की गई इस ठगी में हैकर ने चंद मिनटों में उसके बैंक खाते से 1.43 लाख रुपये उड़ा लिए। घटना के बाद पीड़ित ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित ने थाने में दर्ज कराई एफआईआर
थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा के अनुसार, जीरो पॉइंट नकरौंदा निवासी अभिनव नौटियाल ने बताया कि उन्होंने हाल ही में ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया था। आवेदन के कुछ ही देर बाद, उन्हें बैंक प्रतिनिधि बनकर एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने उन्हें क्रेडिट कार्ड के फायदों के बारे में बताया और केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने को कहा।
केवाईसी के नाम पर व्हाट्सएप कॉल में फंसाया
अभिनव के अनुसार, फोन करने वाले ने उन्हें बताया कि केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के लिए उन्हें व्हाट्सएप वीडियो कॉल से जुड़ना होगा। कॉल कनेक्ट होने के बाद, उनसे सेल्फी लेने को कहा गया। इसके बाद आरोपी ने एक और चाल चली और उन्हें गैलरी खोलकर तस्वीरें दिखाने को कहा। जैसे ही उन्होंने गैलरी खोली, फोन अचानक असामान्य व्यवहार करने लगा और हैकर ने डिवाइस पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया।
गैलरी खुलते ही फोन पूरी तरह से हैक हो गया।
हैकर ने उनके मोबाइल फ़ोन पर मौजूद ओटीपी, नोटिफिकेशन और बैंकिंग जानकारी चुरा ली। पीड़ित ने बताया कि उसने अपना फ़ोन बंद करने की कोशिश की, लेकिन फ़ोन बंद नहीं हुआ और स्क्रीन भी नहीं खुली। इस बीच, हैकर ने एक के बाद एक तीन ट्रांजेक्शन करके कुल ₹143,418 निकाल लिए।
पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है।
घटना की जानकारी मिलते ही पीड़िता तुरंत थाने पहुँची और पुलिस को सूचना दी। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। साइबर सेल आरोपियों की पहचान करने और लेन-देन का पता लगाने में जुटी है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉलर के साथ अपने केवाईसी या बैंक संबंधी दस्तावेज़ साझा न करें, क्योंकि साइबर अपराधी अब लोगों को निशाना बनाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं।