Saroj kanwar
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डाकघर मासिक आय योजना: आज के समय में, जब दैनिक खर्च लगातार बढ़ रहे हैं, मासिक बजट का प्रबंधन हर परिवार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। खासकर जिनके पास आय का कोई निश्चित स्रोत नहीं है, जैसे सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिक या गृहिणियाँ, उनके लिए नियमित आय का एक स्थिर स्रोत होना बेहद ज़रूरी हो जाता है। ऐसे में, भारतीय डाकघर (डाकघर) की डाकघर मासिक आय योजना (POMIS) एक विश्वसनीय और सुरक्षित विकल्प के रूप में उभरती है।

डाकघर मासिक आय योजना क्या है?

यह एक सरकारी गारंटी वाली लघु बचत योजना है जिसमें निवेशक एकमुश्त राशि जमा करते हैं और एक निश्चित मासिक ब्याज आय प्राप्त करते हैं। वर्तमान में, यह योजना 7.40 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर प्रदान करती है। यह ब्याज हर महीने आपके डाकघर खाते में स्थानांतरित किया जाता है, जिसे 12 महीनों में बराबर-बराबर विभाजित किया जाता है।
₹9,250 की मासिक आय

यदि कोई व्यक्ति अकेले इस योजना में निवेश करता है, तो वह अधिकतम ₹9 लाख जमा कर सकता है। ₹9 लाख पर 7.40% वार्षिक ब्याज दर पर, निवेश सीमा लगभग ₹66,600 है, जिसका अर्थ है लगभग ₹5,550 प्रति माह की निश्चित आय। हालाँकि, यदि कोई निवेशक अपने जीवनसाथी के साथ संयुक्त खाता खोलता है, तो निवेश सीमा बढ़कर ₹15 लाख हो जाती है। इस राशि से लगभग ₹9,250 प्रति माह की निश्चित आय प्राप्त होती है, जो सीधे उनके डाकघर बचत खाते में जमा हो जाती है।

निवेश के साथ सुरक्षा

POMIS का सबसे बड़ा लाभ इसकी सुरक्षा है। यह पूरी तरह से केंद्र सरकार समर्थित योजना है, जो निवेशकों की जमा राशि की 100% सुरक्षा की गारंटी देती है। चूँकि यह योजना बाजार के उतार-चढ़ाव से अप्रभावित रहती है, इसलिए यह एक स्थिर और जोखिम-मुक्त निवेश विकल्प है। यह योजना विशेष रूप से सेवानिवृत्त लोगों या उन निवेशकों के लिए उपयोगी है जो पूँजी सुरक्षा के साथ एक निश्चित आय चाहते हैं।
5 वर्षों में परिपक्वता

इस योजना की अवधि 5 वर्ष है। निवेशक को एक निश्चित मासिक ब्याज मिलता है और 5 वर्षों के बाद पूरा मूलधन वापस कर दिया जाता है। इसका अर्थ है 5 वर्षों तक एक निश्चित मासिक आय और अंत में, पूरी जमा राशि सुरक्षित रिटर्न के रूप में वापस कर दी जाती है। निवेशक चाहें तो परिपक्वता अवधि के बाद इस राशि को पुनः निवेश कर सकते हैं।

कौन निवेश कर सकता है?

कोई भी भारतीय नागरिक, वयस्क या संयुक्त खाताधारक इस योजना के तहत खाता खोल सकता है। अभिभावक की देखरेख में नाबालिग के नाम पर भी खाता खोला जा सकता है। यह योजना विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, गृहिणियों और जोखिम-मुक्त और नियमित आय चाहने वालों के लिए फायदेमंद है।

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