CIBIL Score New Rule 2025 :आरबीआई ने सिबिल स्कोर को लेकर जारी किया नया नियम जाने नया नियम बना कोई बैंक नहीं देगा आपको लोन

Saroj kanwar
9 Min Read

CIBIL Score New Rule 2025: आज के आधुनिक वित्तीय युग में सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर हर व्यक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण संख्या बन गया है। यह तीन अंकों की एक संख्या होती है जो तीन सौ से लेकर नौ सौ के बीच होती है। यह स्कोर आपकी वित्तीय अनुशासन और ऋण चुकाने की क्षमता को दर्शाता है। जब भी आप किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं तो सबसे पहले आपके सिबिल स्कोर की जांच की जाती है। यदि आपका स्कोर अच्छा है यानी सात सौ पचास से ऊपर है तो आपको आसानी से लोन मिल जाता है और वह भी कम ब्याज दर पर। लेकिन यदि आपका स्कोर खराब है तो बैंक लोन देने में हिचकिचाते हैं या फिर अधिक ब्याज दर वसूलते हैं।

पुरानी व्यवस्था में क्या थी समस्या

अब तक की व्यवस्था में बैंक और वित्तीय संस्थाएं अपने ग्राहकों की लेनदेन की जानकारी महीने में केवल एक बार क्रेडिट ब्यूरो जैसे सिबिल को भेजती थीं। इसका सीधा मतलब यह था कि यदि आपने अपनी ईएमआई या क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर चुका दिया है तो भी उसका असर आपके सिबिल स्कोर पर तुरंत नहीं दिखता था। यह अपडेट अगले महीने ही होता था जब बैंक अपनी मासिक रिपोर्ट क्रेडिट ब्यूरो को भेजता था। इस देरी से कई बार गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो जाती थीं। उदाहरण के लिए मान लीजिए किसी व्यक्ति ने महीने की पांच तारीख को अपनी सभी बकाया राशि चुका दी और पंद्रह तारीख को नए लोन के लिए आवेदन किया। ऐसी स्थिति में बैंक को पुरानी ही जानकारी दिखाई देती थी और लोन की प्रक्रिया अटक जाती थी।

आरबीआई का नया फैसला क्या है

भारतीय रिजर्व बैंक ने इस समस्या को समझते हुए क्रेडिट स्कोर अपडेट करने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। नए नियमों के अनुसार अब बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को महीने में एक बार की बजाय अधिक बार ग्राहकों की जानकारी क्रेडिट ब्यूरो को भेजनी होगी। इससे क्रेडिट स्कोर में हुए बदलाव पहले की तुलना में बहुत जल्दी दिखाई देने लगेंगे। पहले जहां एक महीने का समय लगता था वहीं अब केवल पंद्रह से बीस दिनों में आपके सिबिल स्कोर में सुधार दिखने लगेगा। यह बदलाव विशेष रूप से उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो नियमित रूप से अपनी ईएमआई समय पर चुकाते हैं। अब उनकी वित्तीय अनुशासन को जल्दी पहचाना जाएगा और उन्हें लोन मिलने में आसानी होगी।

लोन लेने वालों को मिलेगा सीधा फायदा

इस नए नियम का सबसे बड़ा लाभ उन लोगों को मिलेगा जो लोन लेना चाहते हैं या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना चाहते हैं। अब यदि आपने अपनी पुरानी ईएमआई चुका दी है तो यह जानकारी जल्दी से आपके सिबिल स्कोर में अपडेट हो जाएगी। इससे लोन की मंजूरी की प्रक्रिया में तेजी आएगी। ग्राहकों को अब अनावश्यक रूप से लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जो लोग नियमित रूप से अपनी किस्तें समय पर चुकाते हैं उनका अच्छा वित्तीय व्यवहार जल्दी दिखाई देगा। बैंक भी अब ताजा जानकारी के आधार पर फैसला ले सकेंगे। यह व्यवस्था पूरी लोन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और तेज बनाएगी। खासकर आपातकालीन स्थिति में जब किसी को तुरंत लोन की जरूरत होती है तब यह नया नियम बहुत काम आएगा।

अच्छे क्रेडिट स्कोर के फायदे

एक अच्छा सिबिल स्कोर रखने के कई फायदे हैं जो लंबे समय में आपको बहुत लाभ पहुंचाते हैं। सबसे पहला और महत्वपूर्ण फायदा यह है कि अच्छे स्कोर वाले लोगों को लोन आसानी से और जल्दी मिल जाता है। बैंक ऐसे ग्राहकों को विश्वसनीय मानते हैं। दूसरा बड़ा फायदा यह है कि अच्छे स्कोर पर आपको कम ब्याज दर मिलती है। उदाहरण के लिए यदि आप होम लोन ले रहे हैं और आपका सिबिल स्कोर आठ सौ से ऊपर है तो आपको सामान्य ब्याज दर से आधा से एक प्रतिशत कम दर मिल सकती है। बीस या तीस साल के लंबे लोन में यह छोटा सा अंतर लाखों रुपये की बचत करवा देता है। इसके अलावा अच्छे स्कोर वाले लोगों को क्रेडिट कार्ड पर भी अधिक लिमिट मिलती है और कई अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलती हैं।

समय पर भुगतान क्यों है जरूरी

सिबिल स्कोर को अच्छा बनाए रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है समय पर भुगतान करना। चाहे वह आपकी होम लोन की ईएमआई हो, कार लोन की किस्त हो या क्रेडिट कार्ड का बिल हो, हर भुगतान समय पर करना बहुत जरूरी है। एक भी भुगतान में देरी आपके स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती है। यदि आप तीस दिन से अधिक देरी करते हैं तो यह आपके क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज हो जाता है और आपका स्कोर गिर जाता है। एक बार स्कोर खराब होने के बाद उसे सुधारने में महीनों या कभी-कभी साल भी लग सकते हैं। इसलिए हमेशा अपनी ईएमआई की तारीखों को याद रखें और समय से पहले या समय पर भुगतान करें। यदि किसी महीने पैसों की तंगी है तो बैंक से बात करके समाधान निकालें लेकिन भुगतान में देरी न करें।

क्रेडिट स्कोर खराब होने के नुकसान

यदि आपका सिबिल स्कोर खराब हो जाता है तो इसके कई गंभीर नुकसान होते हैं। सबसे बड़ा नुकसान यह है कि आपको लोन मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है। अधिकांश बैंक छह सौ पचास से कम स्कोर वाले आवेदनों को सीधे खारिज कर देते हैं। यदि कोई बैंक लोन देने को तैयार भी होता है तो बहुत अधिक ब्याज दर वसूलता है। इससे आपकी ईएमआई काफी बढ़ जाती है। क्रेडिट कार्ड कंपनियां भी खराब स्कोर वाले लोगों को कार्ड नहीं देतीं। कुछ नियोक्ता भी अब नौकरी देने से पहले सिबिल स्कोर चेक करते हैं। खराब स्कोर से आपकी छवि भी खराब होती है। इसलिए अपने क्रेडिट स्कोर की नियमित निगरानी करें और उसे अच्छा बनाए रखने का हर संभव प्रयास करें।

स्कोर सुधारने के उपाय

यदि आपका सिबिल स्कोर खराब हो गया है तो निराश न हों क्योंकि इसे सुधारा जा सकता है। सबसे पहले अपनी सभी बकाया राशि जल्द से जल्द चुकाएं। आगे से हर भुगतान समय पर करें। अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग समझदारी से करें और कुल लिमिट का केवल तीस प्रतिशत तक ही उपयोग करें। एक साथ कई जगह लोन के लिए आवेदन न करें क्योंकि हर आवेदन पर आपका स्कोर चेक होता है और यह आपके स्कोर को गिरा सकता है। पुराने और अच्छे क्रेडिट कार्ड को बंद न करें क्योंकि लंबा क्रेडिट इतिहास आपके स्कोर के लिए अच्छा है। साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर चेक करें और यदि कोई गलती हो तो तुरंत सुधार के लिए आवेदन दें।

आरबीआई का यह नया नियम क्रेडिट स्कोर अपडेट की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाएगा। जो लोग नियमित रूप से अपने भुगतान समय पर करते हैं उन्हें अब जल्दी इसका फायदा मिलेगा। हमेशा अपने सिबिल स्कोर की निगरानी रखें और वित्तीय अनुशासन बनाए रखें। अच्छा क्रेडिट स्कोर न केवल लोन दिलाता है बल्कि आपकी वित्तीय साख को भी मजबूत बनाता है।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से तैयार किया गया है। सिबिल स्कोर और क्रेडिट रिपोर्टिंग से संबंधित नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से पहले कृपया अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से नवीनतम नियमों की जानकारी अवश्य लें। सिबिल स्कोर की सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट cibil.com पर जाएं। यह लेख किसी वित्तीय सलाह का स्थान नहीं लेता।

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