PM Kisan 21th installment: भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश के करोड़ों किसान परिवारों के लिए आर्थिक सहायता का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन चुकी है। इस योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये की राशि तीन बराबर किस्तों में सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाती है। पिछली बीसवीं किस्त नवंबर 2024 में किसानों के खाते में ट्रांसफर की गई थी। अब पूरे देश के किसान इक्कीसवीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए बहुत लाभकारी है क्योंकि इससे उन्हें खेती के शुरुआती खर्चों जैसे बीज, खाद और कीटनाशक खरीदने में मदद मिलती है।
इक्कीसवीं किस्त कब आने की संभावना
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से प्राप्त जानकारी और विभिन्न सूत्रों के अनुसार पीएम किसान योजना की इक्कीसवीं किस्त अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह या फिर मई 2025 के प्रारंभिक दिनों में जारी होने की प्रबल संभावना है। मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने राज्य के लाभार्थी किसानों की जानकारी को अच्छी तरह से सत्यापित करें ताकि किसी गलत व्यक्ति के खाते में पैसा न जाए। यदि सभी राज्यों द्वारा समय पर डेटा सत्यापन का कार्य पूरा कर लिया जाता है तो मई के पहले सप्ताह में ही किसानों को दो हजार रुपये की यह किस्त मिल सकती है। सरकार का प्रयास है कि हर पात्र किसान को समय पर लाभ मिले।
ई-केवाईसी अनिवार्य है बेहद जरूरी
इस बार की किस्त पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण शर्त है ई-केवाईसी का पूरा होना। केंद्र सरकार ने बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि जिन किसानों ने अभी तक अपनी ई-केवाईसी नहीं करवाई है उनके बैंक खाते में इक्कीसवीं किस्त की राशि नहीं भेजी जाएगी। ई-केवाईसी की प्रक्रिया बहुत सरल है और इसे घर बैठे ऑनलाइन पूरा किया जा सकता है। किसानों को पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर किसान कोना अनुभाग में ई-केवाईसी का विकल्प चुनना होता है। वहां अपना आधार नंबर डालने के बाद पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आता है जिसे दर्ज करके प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। यदि किसी कारणवश ऑनलाइन प्रक्रिया में समस्या आ रही है तो किसान अपने नजदीकी सीएससी केंद्र या कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर भी यह काम करवा सकते हैं।
योजना के लिए पात्रता मानदंड
पीएम किसान योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ निर्धारित मानदंड हैं जिन्हें पूरा करना आवश्यक है। सबसे पहली शर्त यह है कि आवेदक के नाम पर कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए। आवेदक का बैंक खाता सक्रिय होना चाहिए और वह आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए। भूमि के रिकॉर्ड का उचित सत्यापन भी अनिवार्य है। हालांकि कुछ विशेष श्रेणी के लोग इस योजना के पात्र नहीं हैं। यदि कोई व्यक्ति आयकर दाता है, सरकारी नौकरी में कार्यरत है, पेंशनभोगी है या संवैधानिक पद पर है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। सरकार हर किस्त से पहले लाभार्थियों की सूची की दोबारा जांच करती है ताकि केवल योग्य किसानों को ही भुगतान हो।
किस्त की स्थिति ऐसे करें जांच
किसान भाई घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर से यह जान सकते हैं कि उनके खाते में इक्कीसवीं किस्त आई है या नहीं। इसके लिए पीएम किसान की वेबसाइट पर जाना होगा और किसान कोना सेक्शन में लाभार्थी स्थिति जांचें वाले विकल्प को चुनना होगा। वहां अपना आधार कार्ड नंबर या मोबाइल नंबर डालकर गेट डेटा के बटन पर क्लिक करना होगा। कुछ ही सेकंड में स्क्रीन पर आपके सभी भुगतानों का विवरण दिखाई देगा। यदि भुगतान सफलतापूर्वक हो गया है तो यह जानकारी वहां दिखेगी। अगर स्थिति लंबित दिख रही है तो इसका मतलब है कि आपका डेटा अभी सत्यापन की प्रक्रिया में है। यह एक बहुत आसान और पारदर्शी व्यवस्था है जिससे किसानों को अनावश्यक कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।
लाभार्थी सूची में नाम देखने का तरीका
यदि आप यह जानना चाहते हैं कि आपका नाम आधिकारिक लाभार्थी सूची में शामिल है या नहीं तो यह भी ऑनलाइन देखा जा सकता है। वेबसाइट पर किसान कोना में लाभार्थी सूची का विकल्प मिलेगा। वहां आपको अपना राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव का नाम चुनना होगा। सही जानकारी भरने के बाद उस गांव की पूरी लाभार्थी सूची खुल जाएगी जिसमें आप अपना नाम खोज सकते हैं। यदि आपका नाम सूची में नहीं दिखता है तो इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे आपका रजिस्ट्रेशन अधूरा है, ई-केवाईसी नहीं हुई है या भूमि रिकॉर्ड में कोई समस्या है। ऐसी स्थिति में तुरंत अपने ब्लॉक के कृषि कार्यालय से संपर्क करना चाहिए।
पैसा न आने पर क्या करें
कभी-कभी तकनीकी कारणों, बैंक खाते में नाम की वर्तनी में अंतर, आधार नंबर में गलती या अन्य कारणों से किस्त का भुगतान रुक जाता है। यदि आपके खाते में निर्धारित समय में किस्त नहीं आती है तो सबसे पहले अपने बैंक खाते की जानकारी दोबारा जांचें। देखें कि आपका खाता सक्रिय है या नहीं और आधार से लिंक है या नहीं। अगर सब कुछ सही है फिर भी पैसा नहीं आया है तो पीएम किसान पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। आप अपने ब्लॉक के कृषि अधिकारी से भी मिल सकते हैं। इसके अलावा किसान हेल्पलाइन नंबरों पर भी संपर्क किया जा सकता है। टोल फ्री नंबर 1800115526 या 155261 पर कॉल करके समस्या का समाधान पाया जा सकता है।
सीधे खाते में आएगा पैसा
कृषि मंत्रालय ने फिर से दोहराया है कि पीएम किसान योजना की इक्कीसवीं किस्त का भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर यानी डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में किया जाएगा। इस प्रक्रिया में किसी भी बिचौलिए या एजेंट की कोई भूमिका नहीं होगी। यह व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी है और इससे भ्रष्टाचार की संभावना खत्म हो जाती है। किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका बैंक खाता आधार और एनपीसीआई प्रणाली से जुड़ा हुआ है। यदि खाता लिंक नहीं है तो जल्द से जल्द अपनी बैंक शाखा में जाकर इसे अपडेट करवा लें। सरकार चाहती है कि हर रुपया सही किसान तक पहुंचे।\
पीएम किसान योजना की इक्कीसवीं किस्त जल्द ही जारी होने वाली है। सभी पात्र किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी ई-केवाईसी, आधार-बैंक लिंकिंग और अन्य औपचारिकताएं समय पर पूरी कर लें। नियमित रूप से पोर्टल पर अपनी स्थिति जांचते रहें और किसी भी समस्या के लिए तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से तैयार किया गया है। पीएम किसान योजना की किस्त जारी करने की तिथि, प्रक्रिया और नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए कृपया पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर अवश्य जाएं या अपने नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय से संपर्क करें। किस्त प्राप्त करने के लिए सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करना और ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य है। यह लेख किसी आधिकारिक सरकारी घोषणा का स्थान नहीं लेता।