बाल गोपाल के कई रूप निराले हैं। कई लोग उनके बाल स्वरूप के लड्डू गोपाल भी कहते हैं। कई परिवारों में लड्डू गोपाल को परिवार की सदस्य की तरह माना जाता है और उनकी सेवा की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं इनका घर में रखने के कई नियम होते हैं जिनका पालन किया जाए तो घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।
दरअसल लड्डू गोपाल की सेवा पूजा से लेकर अपने स्नान करने ,सुलाने और भोग लगाने से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें शास्त्रों में बताई गई है। ठीक इन कार्यों को करने के दौरान बोले जाने वाले मंत्रो का भी उल्लेख मिलता है।
लड्डू गोपाल को इन चीजों से कराये स्नान
गोपी चंदन लड्डू गोपाल काफी प्रिय है। ऐसे में आप लड्डू गोपाल को रोजाना गोपी चंद्रन से स्नान कराये। अगर आपको भी चंदन से स्नान कराते हैं तो बाल गोपाल प्रसन्न रहते हैं ।
लड्डू गोपाल को स्नान कराते समय केसर का प्रयोग करें। केसर स्नान करने से उनका मन हर्षित रहता है और उनकी कृपा से घर में खुशहाली का आगमन होता है।
रोजाना पंचामृत से स्नान करने की मनाही है। बता दे की पंचामृत से स्नान सिर्फ मंदिरों में करवाया जाता है। घर में लड्डू गोपाल को पंचामृत स्नान सिर्फ किसी उत्सव या जन्माष्टमी के मौके पर ही करवाना चाहिए।
जब लड्डू को भोग लगाए तो उस समय इस मंत्र का उच्चारण करें। ‘ त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाणे सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।। आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए । इस मंत्र का अर्थ है मेरे पास जो भी है भगवान वह सब आपने दिया और मैं उसी को आपको भोग रूप में अर्पित करो उसे ग्रहण करें और अपनी कृपा मुझ पर बनाए रखें जब आप भोग लगा रहे हो तभी इस मंत्र का उच्चारण करें फिर मंदिर में पर्दा कर दे और वहां से हट जाए। ऐसा कहा जाता हैं कि लड्डू गोपाल और राधा रानी के भोग पाते हैं।