आज नवरात्रि का तीसरा दिन है। यूपी के अमेठी कमेटी में प्राचीन मंदिर और सिद्ध पीठ मंदिर है। इसकी बड़ी मान्यता है। यहां रोज बड़ी संख्या में लोग पूजा पाठ के लिए आते हैं। हर बड़े तीज त्यौहार तुम्हारे में स्थित पीठ में भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है। आज हम आपको इस मंदिर की मान्यता के बारे में बताएंगे।
तालाब के पानी से आंखों की बीमारी के साथ अन्य बीमारियां भी दूर होती
इस मंदिर में नव पिंडी विराजमान है। यहां मां भवानी की मूर्ति और मंदिर की स्थापना राज परिवार ने करवाई थी। यह भी कहा जाता है कि राजा रणजन्य सिंह के सपने में एक बार माता आई थी और इस मंदिर की स्थापना की बात की। मंदिर के पास ही एक दिव्या तालाब भी है । मंदिर के तालाब के पानी से आंखों की बीमारी के साथ अन्य बीमारियां भी दूर होती है।
भक्त माता की प्रसाद स्वरूप टिकरी और घंटा चढ़ाते हैं
अमेठी के गौरीगंज जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर उत्तर दिशा में माता दुर्गन भवानी मंदिर स्थित है। मंदिर की मान्यता है कि यहां के तालाब के पानी से आंखों की बीमारी दूर होती है। इसके साथ ही अन्य समस्याएं व कष्ट भी दूर होते हैं जिन भक्ति की मनोकामना पूर्ण होती है भक्त माता की प्रसाद स्वरूप टिकरी और घंटा चढ़ाते हैं।
मंदिर का शताब्दी वर्ष पुराना इतिहास है मंदिर की मान्यता अध्भुत है
वहां के पुजारी बताते हैं कि मंदिर का शताब्दी वर्ष पुराना इतिहास है मंदिर की मान्यता अध्भुत है। स्वयं मां भवानी या विराजमान है जिसके बाद माता मंदिर की स्थापना और उसका जीर्णोद्धार कराया गया। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह मंदिर चमत्कारी है यहां का पानी दवा का काम करता है जिन लोगों को डॉक्टर ने मना कर दिया है वह भी यहां मां भवानी के आशीर्वाद पाकर ठीक होते हैं। यह लगभग 400 साल पुराना मंदिर है यहां पर 9 स्वरूपों माँ विराजती है। नवरात्रि में लाखो श्रद्धालु यहां सेंकडो किलोमीटर से आते है।