भारत में यदि आप संपत्ति रजिस्ट्री करवाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कई प्रकार के महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट देने होंगे. तभी जाकर आप अपने जमीन का रजिस्ट्री करवा सकते हैं. ऐसे में आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की जमीन रजिस्ट्री करने के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट लगेंगे? उसके बारे में पूरा विवरण हम आपको प्रदान करेंगे आई जानते हैं.
प्रमुख भूमि रजिस्ट्री दस्तावेज़
1. विक्रय पत्र (Sale Deed)
जमीन रजिस्ट्री करवाते समय ऐसे डॉक्यूमेंट की सबसे ज्यादा जरूरत होती है इस डॉक्यूमेंट में सभी प्रकार की चीज जैसे जमीन की कीमत भौगोलिक विवरण दोनों पार्टी आपसी सहमति जैसी चीजों का उल्लेख होता है. यह दस्तावेज़ सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में विधिवत पंजीकरण कराना अनिवार्य है.
2. खाता प्रमाणपत्र (Khata Certificate)
इस डॉक्यूमेंट को अगर आप लेना चाहते हैं तो आपको आसानी नगर निकाह या रजिस्टर विभाग के कार्यालय में जाना होगा. इस डॉक्यूमेंट में संपत्ति के मलिक का नाम और उसके अलावा संपत्ति पर कितना टैक्स है. उसकी स्थिति और बकाया राशि है तो उसका पूरा विवरण आपको इसमें दर्ज होता है. तभी जाकर आप जमीन को अपने नाम पर करवा पाएंगे. इस डॉक्यूमेंट के बिना आप जमीन रजिस्ट्री नहीं करवा सकते हैं क्योंकि भविष्य में यदि आपको अपनी जमीन को गिरवी रखना है तो इस डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है.
3. भार प्रमाणपत्र (Encumbrance Certificate)
इस डॉक्यूमेंट के माध्यम से आसानी से मालूम चल जाता है कि पिछले कई वर्षों में जमीन की फाइनेंसियल और कानूनी इतिहास क्या है. उसके बारे में जानकारी मिलती है इसके माध्यम से आप जान पाएंगे की संपत्ति को कभी गिरवी रखा गया था या नहीं या उसे पर कोई लोन लिया गया था और अगर कोई कानूनी विवाह चल रहा है तो इसके बारे में भी जानकारी आपको यहां से मिल जाएगी. यह प्रमाणपत्र संपत्ति की साफ़ शीर्षक (Clear Title) की पुष्टि करता है.
4.5. व्यक्तिगत पहचान और कर संबंधी दस्तावेज़
जमीन रजिस्ट्री वाले समय बेचने वाला व्यक्ति और खेलने वाला दोनों को अपना पहचान पत्र देना होता है. इसके लिए कई प्रकार के महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट आधार कार्ड पैन कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस जैसी चीज आपको देनी होगी. इसके अलावा संपत्ति पर टैक्स जो करता है. उसकी राशि भी आपके यहां पर देनी होगी ताकि आसानी से मालूम चल सके की संपत्ति पर कोई टैक्स बाकी है कि नहीं.
पंजीकरण प्रक्रिया क्या होगी?
जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया काफी आसान होती है इसके लिए सबसे पहले आपके डॉक्यूमेंट जमीन से संबंधित चीजों की जांच करनी होगी. उसके बाद आपको अपना सभी डॉक्यूमेंट लेकर कानूनी सलाहकार जो जमीन संबंधित चीजों के बारे में जानता है. उसके पास जाना होगा जो आपको बताया कि आपको जमीन के ऊपर किस प्रकार का स्टांप पेपर तैयार करना सभी संबंधित पक्षों को सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में उपस्थित होकर औपचारिक पंजीकरण कराना होता है.
शुल्क सामान्यत
संपत्ति के कुल मूल्य का 6 से 8 प्रतिशत तक होता आधुनिक तकनीक के अनुसार बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाता है और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा किए जाते हैं.
कानूनी सुरक्षा और भविष्य के विवादों से बचाव
संपत्ति का विधिवत पंजीकरण न केवल कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है बल्कि भविष्य में होने वाले किसी भी विवाद से भी बचाव करता है. इसलिए जमीन रजिस्ट्री खाते समय आपको सभी प्रकार के महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे ताकि भविष्य में जमीन विवाद से बचा सके.