सोयाबीन में पीला मोजेक रोग, समय पर रोकथाम जरूरी

Saroj kanwar
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Chhatarpur News: छत्तरपुर जिले में सोयाबीन की फसल पर पीला मोजेक रोग तेजी से फैल रहा है, जिसे सफेद मक्खी के माध्यम से प्रसारित माना जा रहा है। इस वर्ष औसत से अधिक वर्षा और बढ़ी हुई नमी के कारण रोग का प्रभाव सामान्य से अधिक देखा जा रहा है। फसल अभी फलन अवस्था में है, इसलिए अब नियंत्रण के उपाय अपनाना आवश्यक और प्रभावी है।
जिले के सभी विकास खंडों के कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे किसानों को फसल की नियमित निगरानी और रोग के शुरुआती लक्षणों की पहचान के लिए मार्गदर्शन दें। आवश्यकतानुसार जैविक और रासायनिक उपाय समय पर लागू कर आर्थिक नुकसान को रोका जा सकता है।

कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी कि मूंग और उड़द की फसलें अब परिपक्व हो चुकी हैं और उन पर कीट नियंत्रण के उपाय करना अब लाभकारी नहीं होगा। इसके बावजूद फसलों का निरंतर निरीक्षण जरूरी है ताकि किसी भी अप्रत्याशित समस्या को जल्दी पहचाना जा सके।

किसानों से अनुरोध है कि वे समय पर रोग-नियंत्रण उपाय अपनाएँ, जिससे सोयाबीन की पैदावार सुरक्षित रहे और उत्पादन में हानि से बचा जा सके। साथ ही कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने अधीनस्थों के माध्यम से प्रत्येक क्षेत्र में फसलों की स्थिति पर नजर रखें और उचित समाधान सुझाएँ।

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