Gold Silver Price Today :आज सोना और चांदी ने बनाया नया रिकॉर्ड जाने अपने शहर की नई रेट

Saroj kanwar
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Gold Silver Price Today: सोना और चांदी की कीमतों में हाल के दिनों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के बाद से कीमती धातुओं के दाम लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता और व्यापारिक तनाव के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों की तलाश में हैं। इस वजह से सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं की मांग में तेज वृद्धि हुई है।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में राजनीतिक अस्थिरता और मुद्रा की अस्थिरता के कारण लोग अपना धन सुरक्षित रखने के लिए सोना-चांदी में निवेश कर रहे हैं। यह प्रवृत्ति न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में देखी जा रही है। व्यापारिक युद्ध की स्थिति में कीमती धातुएं हमेशा से ही एक मजबूत निवेश विकल्प मानी गई हैं।

सोने की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि

वायदा कारोबार में सोमवार को सोने के भाव में 2113 रुपए की तेजी देखने को मिली और यह प्रति 10 ग्राम 75937 रुपए के स्तर पर पहुंच गया। यह सोने की अब तक की सबसे ऊंची कीमत है जो पिछले सभी रिकॉर्डों को पीछे छोड़ गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर अक्टूबर में डिलीवरी वाले सोने के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 0.23 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 75137 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है।

पिछले सप्ताह शुक्रवार को सोने का भाव 74790 रुपए प्रति 10 ग्राम के लाइफटाइम हाई पर पहुंचा था। बाजार में मजबूत मांग और सीमित आपूर्ति के कारण यह तेजी आई है। वैश्विक स्तर पर दिसंबर की डिलीवरी के लिए सोने की कीमत 2552.32 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंची है जो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी एक नया रिकॉर्ड है।

चांदी की कीमत 1.25 लाख रुपए पार

वायदा बाजार में न केवल सोना बल्कि चांदी ने भी अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सोमवार को चांदी में 2597 रुपए की भारी तेजी के साथ यह 1 लाख 24 हजार रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर दिसंबर की डिलीवरी वाले चांदी के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 2.13 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।

यह चांदी की अब तक की सबसे ऊंची कीमत है। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार व्यापारिक गतिविधियों में तेजी और औद्योगिक मांग के कारण चांदी की कीमतों में यह उछाल आया है। वैश्विक स्तर पर दिसंबर के कॉन्ट्रैक्ट वाली चांदी की कीमत 41 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गई है जो पिछले 14 वर्षों में सबसे अधिक है।

प्रमुख शहरों में सोने-चांदी के भाव

दिल्ली के सराफा बाजार में पिछले सप्ताह शुक्रवार को 99.9 प्रतिशत शुद्ध सोना 2100 रुपए प्रति ग्राम की बढ़ोतरी के साथ 76367 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए लाइफटाइम हाई स्तर पर पहुंच गया था। इसी प्रकार 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 2080 रुपए प्रति ग्राम की तेजी के साथ 76080 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए सर्वकालीन उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

चांदी की कीमत भी पिछले सप्ताह शुक्रवार को 119000 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव पर थी। मुंबई, कोलकाता, चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों में भी सोना-चांदी की कीमतें इसी तरह के उच्च स्तर पर पहुंची हैं। स्थानीय टैक्स और अन्य शुल्कों के कारण अलग-अलग शहरों में कीमतों में थोड़ा अंतर देखने को मिलता है लेकिन समग्र रूप से सभी जगह तेजी का रुख है।

त्योहारी सीजन में बढ़ेगी मांग

आने वाले महीने में भारतीय हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहार दीपावली और दुर्गा पूजा आने वाले हैं। इस दौरान पारंपरिक रूप से सोना-चांदी की खरीदारी में तेजी आती है। त्योहारी सीजन में लोग गहने, सिक्के और अन्य कीमती सामान खरीदना शुभ मानते हैं। इस बढ़ती मांग के कारण आने वाले समय में कीमतों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है।

भारतीय बाजार में सोना-चांदी की मांग केवल निवेश के लिए नहीं बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक कारणों से भी होती है। विवाह के सीजन में भी गहनों की मांग बढ़ जाती है। बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि त्योहारी सीजन के कारण आने वाले महीनों में कीमती धातुओं की मांग में 20-30 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है।

निवेशकों के लिए सुझाव और सावधानियां

वर्तमान में सोना-चांदी की ऊंची कीमतों को देखते हुए निवेशकों को सावधानी से निर्णय लेना चाहिए। यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह एक अच्छा समय हो सकता है क्योंकि कीमती धातुएं महंगाई के खिलाफ बचाव का काम करती हैं। लेकिन अगर आप अल्पकालिक मुनाफे की तलाश में हैं तो इन उच्च कीमतों पर खरीदारी जोखिम भरी हो सकती है।

बाजार की अस्थिरता को देखते हुए छोटी मात्रा में और नियमित अंतराल पर खरीदारी करना बेहतर रणनीति हो सकती है। इसे SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) की तरह समझा जा सकता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि कुल निवेश का 5-10 प्रतिशत हिस्सा ही सोना-चांदी में लगाना चाहिए।

बाजार का भविष्य और संभावनाएं

अंतर्राष्ट्रीय बाजार की स्थिति और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में भी सोना-चांदी की कीमतों में तेजी का रुझान जारी रह सकता है। केंद्रीय बैंकों की मुद्रा नीतियों, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक महंगाई दर जैसे कारक इन कीमतों को प्रभावित करते रहेंगे। यदि अमेरिकी डॉलर कमजोर होता है तो सोने की कीमतों में और तेजी आ सकती है।

तकनीकी विश्लेषण के अनुसार सोने की कीमत अगले कुछ महीनों में 80000 रुपए प्रति 10 ग्राम को छू सकती है। चांदी की कीमत भी 1.30 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक जाने की संभावना है। हालांकि यह सब बाजार की स्थितियों पर निर्भर करता है और किसी भी समय उलटफेर हो सकता है।

सरकारी नीतियों का प्रभाव

भारत सरकार की आयात नीति और सीमा शुल्क दरों का भी सोना-चांदी की कीमतों पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यदि सरकार आयात शुल्क बढ़ाती है तो घरेलू कीमतें और भी बढ़ सकती हैं। वर्तमान में सोने पर 15 प्रतिशत और चांदी पर 20 प्रतिशत आयात शुल्क है। जीएसटी के अतिरिक्त ये शुल्क कीमतों में वृद्धि का कारण बनते हैं।

सरकार की डिजिटल गोल्ड और गोल्ड बॉन्ड जैसी योजनाओं से भी बाजार पर प्रभाव पड़ता है। ये विकल्प भौतिक सोने की मांग को कम करने में मदद करते हैं लेकिन साथ ही निवेशकों को वैकल्पिक तरीके भी प्रदान करते हैं।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। सोना-चांदी की कीमतें बाजार की स्थितियों के अनुसार लगातार बदलती रहती हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना आवश्यक है। लेखक और प्रकाशक बाजार की हानि के लिए किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नहीं हैं। कृपया सटीक और नवीनतम कीमतों के लिए आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।

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