Nutritious Food : भारत में कई पौष्टिक आहार पाए जाते है. भारत में सितंबर का महीना न्यूट्रीशन मंथ के रूप में मनाया जाता है. न्यूट्रीशन मंथ का उद्देश्य है कि सितंबर में लोगों को खान-पान के लिए जागरूक करना. पौष्टिक भजने खाने से कुपोषण को दूर कर सकते है.
आज हम आपको एक ऐसे पौष्टिक आहार के बरे में बता रहे है जो भारत के साथ-साथ दुनिया का सबसे पौष्टिक आहार बन गया. हम बात कर रहे है सबसे पौष्टिक भोजन खिचड़ी की. बता दें कि भारत में इसे अनौपचारिक रूप से राष्ट्रीय भोजन भी माना जाता है.
हाल ही में अमेरिका में एक न्यूट्रीशन कॉन्फ्रेस में भारतीय दाल-चावल को सबसे पौष्टिक भोजन माना गया है. खिचड़ी में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ए, विटामिन डी विटामिन-बी1, विटामिन-सी, विटामिन- के, एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है.
खिचड़ी स्वाद के साथ मानसिक सेहत, संपूर्ण स्वास्थ्य और शारीरिक विकास के लिए बहुत फायदेमंद होती है. खिचड़ी में यूट्रीशन की मात्रा अधिक होती है. खिचड़ी को बच्चों से लेकर बड़े तक और स्वस्थ से लेकर बीमार व्यक्ति आसानी से खा सकते है.
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होते है. प्रोटीन हमें दाल से और अमीनो एसिड्स अनाज जैसे चावल, गेहूं आदि में मिलते है. जब दाल और अनाज दोनों मिलते हैं तो प्रोटीन का संपूर्ण सोर्स बन जाते हैं.
इससे अमीनो एसिड्स जैसे लाइसिन, लियूसिन, आर्गिनिन, ग्लूटामिक एसिड, एस्पार्टिक एसिड आदि पर्याप्त मात्रा में शरीर को मिलते हैं. खिचड़ी शरीर को मिनरल्स, विटामिन्स कार्बोहाइड्रेट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी देते हैं. खिचड़ी में भारत में मूंग की छिलका वाली दाल मिलाई जाती है.
छिलका वाली दाल में फाइबर होता है. देश के कुछ हिस्सों में खिचड़ी में सब्जियां जैसे टमाटर, बीन्स, फूलगोभी, गाजर, शिमला मिर्च और मटर भी मिलाया जाता है. इससे खिचड़ी का स्वाद और न्यू्ट्रीशन ओर बढ़ जाता है. खिचड़ी के सेवन से कैलोरी और फेट की मात्रा बहुत कम होती है.