रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में हुई वूमेन प्रीमियर लीग की फाइनल मुकाबले दिल्ली कैपिटल का आठ विकेट से हराकर लीग कि दूसरे सीजन का खिताब अपने नाम कर लिया। ये रॉयल चैलेंज बेंगलुरु का पहला किताब है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की पुरुष टीम पिछले 16 सालों से इसका प्रयास करती रही लेकिन एक भी बार ख़िताब नहीं जीत पायी। हालाँकि स्मृति मंधाना की अगुआई में महिला टीम ने भी वीमेंस प्रीमियर लीग के दूसरे सीजन में खिताब जीतकर रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु का खिताब जीत का सपना पूरा किया।
मेरे लिए भाव प्रकट करना कठिन है
बेंगलुरु कि जीत के बाद स्मृति मंधाना ने मैच के बाद कहा की यह ‘ई साला कप नामदे’ (इस साल कप हमारा होगा) नहीं बल्कि अभी इ साला कप नामदु ‘ इस साल कब हमारा है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु कप्तान स्मृति मंधाना खिताब जीतने में भावना अभी तक खत्म नहीं हुई है। मेरे लिए भाव प्रकट करना कठिन है एक बात यही कहूंगी कि मुझे इस समूह पर गर्व है हमारा बेंगलुरु चरण वास्तव में अच्छा था।
अभी दिल्ली और दो बार करारी हार का सामना करने के बाद इसी बारे में बात की। हमने सही समय पर कदम बढ़ाने की जरूरतहै। ये टूर्नामेंट सही समय पर चरम पर पहुंचने वाला हैं। पिछले साल ने हमें बहुत कुछ सिखाया ,क्या गलत हुआ क्या सही है। प्रबंधन ने बस इतना कहा कि है आपकी टीम है इसे बनाए। उन्हें प्रणाम।
आरसीबी के लिए यह बहुत अधिक है ,में ट्रॉफी जीतने वालीअकेली व्यक्ति नहीं हूं। ट्रॉफी पूरी टीम ने जीती है ,मैं व्यक्ति नहीं हूं जो मैं जो महसूस करती हूं मैं उसके बारे में बात करूं। यह शायद सिर्फ पांच में है। जाहिर तौर पर विश्व कप इसमें शीर्ष पर होगा।प्रशंसकों के लिए एक संदेश है – सबसे लॉयल फैनबेस ।
‘इस साल कप नामदे
में एक बयान जो हमेशा सामने आता है वह है ‘इस साल कप नामदे ‘ अब यह ई साला कप नामदु है। कन्नड़ मेरी पहली भाषा नहीं है लेकिन फैन्स के लिए कहना महत्वपूर्ण था।
मुकाबले में टॉस जीत के पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था
आपको बता दें की दिल्ली कैपिटल से मुकाबले में टॉस जीत के पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था दिल्ली कैपिटल्स को सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा और कप्तान मेग लैनिंगने अच्छी शुरुआत दिखाई दोनों उनके पहले विकेट के लिए 649 की साझेदारी की। जब लग रहा था कि बेंगलुरु मैच में पिछड़ रही थी। तभी सोफी मोलिनक्स ने अपने एक ओवर में तीन विकेट लेकर टीम को मैच में वापसी की इसके बाद दिल्ली की बल्लेबाजी संभाल नहीं पाई और टीम बिना 20 ओवर खेले सिर्फ 113 रनों पर ऑल आउट हो गई। बैंगलोर के लिए श्रेयंका पाटिल ने 12 रन देकर 4 विकेट लिए।