Ganesh Chaturthi 2025 : कहा जाता है कि किसी भी शुभ काम करने के लिए सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. भगवान गणेश शंकर जी के पुत्र है. गणेश जी के परिवार में गहरे दार्शनिक और प्रतीकात्मक संदेश छिपे हुए हैं.
गणेश जी की दो पत्नियां रिद्धि और सिद्धि तथा उनके दो पुत्र शुभ और लाभ हमारे जीवन में खास महत्व है. माना जाता है कि गणेश जी खुद बुद्धि और विवेक के अधिपति हैं.
गणेश जी का परिवार मानव जीवन को सही राह दिखाता है. गणेश का वाहन है मूषक. गणपति परिवार हमें यह शिक्षा देता है कि जीवन में धन, ज्ञान, आत्मबल, सकारात्मक सोच और इंद्रिय-नियंत्रण करता है.
गणपति की पत्नी रिद्धि-सिद्धि का महत्व
कहा जाता है कि रिद्धि भौतिक सुख-संपत्ति और समृद्धि का प्रतीक है और सिद्धि साधना, ज्ञान और आत्मबल का प्रतीक माना जाता है. गणेश के साथ इन दोनों का नाम जरूर लिया जाता है.
माना जाता है कि जीवन में भौतिक उन्नति और आध्यात्मिक प्रगति दोनों साथ-साथ हों, तो विवेक से किए गए कार्य स्वतः सफलता और सिद्धि की ओर ले जाते हैं.
गणेश जी के पुत्र शुभ-लाभ का महत्व
माना जाता है कि गणेश जी के पुत्र शुभ को मंगल, आनंद और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, जबकि लाभ सफलता, प्रगति और फलदायी परिणाम का प्रतीक है. साथ में ये माना जाता है हर काम को अच्छे से करने पर शुभ और लाभ मिलता है.