सुहागन महिलाओं को भूलकर भी नहीं करनी चाहिए ये गलतियां, वरना पति पर टूट पड़ेगा दुखो का पहाड़

Saroj kanwar
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Vastu Tips: भारतीय परंपरा और संस्कृति में सुहागन महिलाओं के लिए कुछ खास नियम और रीति-रिवाज निर्धारित किए गए हैं, जिन्हें शुभ और मंगलकारी माना जाता है। धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं के अनुसार, सुहागन महिलाओं को कुछ कार्य करने से बचने की सलाह दी जाती है, ताकि उनके वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहे और नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सके। हालांकि, इन मान्यताओं का पालन पूरी तरह व्यक्ति की आस्था और विश्वास पर निर्भर करता है।


सुहागन महिलाओं को इन कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है

1. चूड़ियां न पहनना

सुहागन महिलाओं के लिए चूड़ियां पहनना शुभ माना गया है। खाली हाथ या बिना चूड़ियों के रहना अशुभ माना जाता है और इसे वैवाहिक सुख में बाधा का प्रतीक माना जाता है।

2. सिंदूर न लगाना

सिंदूर विवाहिता महिलाओं का सबसे महत्वपूर्ण श्रृंगार है। बिना सिंदूर लगाए रहना किसी अशुभ संकेत की ओर इशारा कर सकता है। इसे पहनने से वैवाहिक जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है।

3. काले या सफेद कपड़े पहनना

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सुहागन महिलाओं को विशेष रूप से शुभ अवसरों पर काले या सफेद कपड़े पहनने से बचना चाहिए। यह रंग अशुभता और शोक का प्रतीक माने जाते हैं।

4. पति का अनादर करना

हिंदू धर्म में पति को पत्नी के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है। पति का अनादर करना या उनके प्रति अपमानजनक व्यवहार करना वैवाहिक जीवन में तनाव और अशांति ला सकता है।

5. मंगलसूत्र न पहनना

मंगलसूत्र विवाह का प्रतीक है और इसे सुहागन महिलाओं का अनिवार्य आभूषण माना जाता है। इसे न पहनना अशुभ समझा जाता है।

6. रसोई में बिना स्नान के प्रवेश करना

धार्मिक दृष्टिकोण से, महिलाओं को दिन की शुरुआत स्नान करके और पूजा-पाठ के बाद रसोई में प्रवेश करने की सलाह दी जाती है। इसे पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए जरूरी माना जाता है।

7. शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाना

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सुहागन महिलाओं को शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाने से बचना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है, क्योंकि शिवलिंग पर हल्दी का उपयोग वर्जित है।

8. झूठ बोलना या किसी का अपमान करना

सुहागन महिलाओं को झूठ बोलने या किसी का अपमान करने से बचने की सलाह दी जाती है। यह उनके और उनके परिवार के लिए नकारात्मकता ला सकता है।

9. चरण स्पर्श न करना

भारतीय संस्कृति में बड़ों के चरण स्पर्श को आदर और आशीर्वाद प्राप्त करने का जरिया माना गया है। सुहागन महिलाओं को विशेष रूप से अपने ससुराल पक्ष के बड़ों का सम्मान करना चाहिए।

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