हर जगह आसानी से मिलने वाला ये पौधा की संजीवनी बूटी से कम नहीं है। औषधीय गुणों से भरपूर यह पौधा कई बीमारियों में बेहद लाभकारी और फायदेमंद है। स्वस्थ शरीर को स्वस्थ बनाने का मार्ग प्रशस्त करने के कारण ही आपा मार्ग के नाम से जाना जाता है। यह औषधि मानव जीवन के साथ पशुओं के लिए काफी गुणकारी है। वनस्पति विज्ञान विभाग के एचओडी प्रोफेसर निशा राघव ने बताया कि यह पौधा बड़ा उपयोगी है। अनेक बीमारियों में संजीवनी बूटी की तरह काम करता है। यह पौधा बड़ी आसानी से हर जगह मिल जाता है। इसको अपामार्ग, चिरचिटा या लटजीरा के नाम से भी जानते हैं।
श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर नागपुर महाविद्यालय बलिया के वनस्पति विज्ञान विभाग के उपाध्यक्ष प्रोफेसर निशा राघव ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण पौधा है। इसको अपामार्ग सामान्य भाषा में लटजीरा के नाम से जानते हैं।। जैसा कि यह अपने नाम से अपने गुणों को प्रदर्शित करता है।अपामार्ग का मतलब दूसरा और मार्ग यानी रास्ता ,शरीर अगर किसी बीमारी के कारण अस्वस्थ हो गया है तो उसके लिए यह दूसरा मार्ग प्रशस्त करते है। इसलिएइसको अप्पामार्ग कहा जाते हैं।
सेहत के लिए गुणकारी
इसका उपयोग अनेक बीमारियों के लिए किया जाता है। यह बड़ी आसानी से मिल जाता है। चर्म रोग ,फोड़े ,फुंसी ,सूजन,गठिया , मुंह के छाले भूख न लगना आंखों की बीमारी रक्तस्राव को रोकना ,खांसी ,बुखार ,स्वसन तंत्र विकार को रोकना ,खांसी बुखार ,हैजा ,पेट रोग, बवासीर ,कुष्ठ रोग और चेचक जैसी कई गंभीर बीमारियों में काफी उपयोगी है।
इतना ही नहींपशु पानी में चले जाते हैं चोट लग जाती है सूजन आ जाती है तो इस समय इसका प्रयोग पशुओं के लिए भी किया जाता है जो रामबाण की तरह काम करता है।
सावधानी भी जरूरी
ये पौधा एक नहीं बल्कि अनेक बीमारी में उपयोगी है। इसलिए इस बीमारी में कैसे इसका उपयोग करना है यह उम्र और बीमारी के अनुसार एक आयुर्वेदिक चिकित्सा की निर्धारित कर सकता है तो अगर आप भी बीमारियों से ग्रसित हैं तो इसका प्रयोग होगा आयुर्वेदिक चिकित्सा से परामर्श लेकर ही करें बिना परामर्श लिए हुए इसकाप्रयोग ना करें।