एक बात होती साफ़ है की टीम इंडिया की इस जीत की जितनी तारीफ की जाए कम है , पूर्व कप्तान विराट कोहली थे , के एल राहुल नहीं थे बीच -बीच में बुमराह को आराम दिया गया। रविंद्र जडेजा भी लगातार नहीं केहेल और हां मोहम्मद शमी भी सीरीज से बाहर थे लेकिन इसके बावजूद भारत ने जिस अंदाज में अंग्रेजों को शिक्षत दी ,वह टीम इंडिया के प्लान और भविष्य के बारे में साफ़ संकेत देता है और इस परिणाम ने हेड कोच राहुल द्रविड़ को गदगद कर दिया और युवा खिलाड़ियों की प्रदर्शन की भारत की मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने तारीफ की।
वहीं अगर राहुल ने सीरीज की जीत का श्रेय चीफ सेलेक्टर आगरकर सहित बाकी खिलाड़ियों को देते हुए कहा कि , हमने इस टीम से ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की थी। द्रविड़ ने कहा ,पहले मैच हार गए थे लेकिन वहां से वापसी की। वह टीम नहीं थी जिसकी हमने अपेक्षा की थी। हम कई मौका पर दबाव में थे उन्होंने मैच के बाद प्रेस क्नोफ्रेंस में कहां वहां से हमने जिस तरह से वापस उसे पर गर्व है। दबाव की हालत में हमारे खिलाड़ियों ने अपने कौशल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किय। श्रृंखला में ध्रुव जरेल ,आकाशदीप ,सरफराज खान और देवदत्त पड्डिकल ने शानदार प्रदर्शन किया।
द्रविड़ ने कहा कि ,इन सभी ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ ए टीम के लिए खेला था इसमें हमें ये जानने में मदद मिली की कौन से खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं उन्होंने श्रृंखला में भी अच्छा प्रदर्शन किया। यह टीम घरेलू क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बीच की उचित सेतु है। उन्होंने मुख्य चयन कर्ता अजीत अगरकर और उनकी समिति की तारीफ की ,जिन्होंने चयन को लेकर अच्छे फैसला किया।
उन्होंने कहा इसका श्रेय जीत और उनकी टीम को भी देना चाहता हूं। एक कोच के तौर पर मुझे और कप्तान रोहित शर्मा को ज्यादा घरेलू क्रिकेट देखने का मौका नहीं मिलता। हमें अजीत अगरकर और उसकी टीम पर भरोसा करना होता है कि घरेलू क्रिकेट में कौन से खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। द्रविड़ ने कहा कि ,उसका काम मुख्य काम एक कोच के तौर पर ड्रेसिंग रूम का माहौल इत्मीनान से भरा रखना है ताकि युवा खिलाड़ी सिर्फ स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर सके।