यह फसल बो कर बढ़ाएं खेत की उर्वरा शक्ति, अगली फसल होगी पूरे गांव से अच्छी

Saroj kanwar
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फलीदार सब्जियां व दालें भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में सहायक हैं। अगस्त में फलीदार सब्जियां ग्वार, लोबिया, सेम, मटर की काश्त करें।

खेत की जुताई करते समय इनके अवशेषों को अच्छे से मिट्टी में मिला दें। सभी सब्जियों वाली दलहनी फसलों की जड़ों के ऊपर वातावरण से नाइट्रोजन एकत्रित करने की क्षमता होती है।

जिन-जिन खेतों में दलहनी फसलें लगाई जाती हैं उनकी कटाई के पश्चात जो अगली फसल लगती है उसमें रासायनिक खादों का प्रयोग बहुत ही कम मात्रा में होता है।

दलहनी फसलें लगाने से मिट्टी प्राकृतिक रूप से नरम भूरभरी उपजाऊ बन जाती है और मिट्टी में वाटर होल्डिंग कैपेसिटी बढ़ जाती है।

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