अगस्त माह में मूली, शलजम व गाजर की देसी अगेती किस्मों की बिजाई की जा सकती है।
मूली की किस्म- पूसा चेतकी, शलगम की 4 व्हाइट और गाजर की पूसा केसर बीजें।
गाजर का 4 से 5 किलोग्राम और मूली या शलजम का 2 से 3 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ डालें।
1 एकड़ में लगभग 20 टन गोबर की खाद, 26 किलोग्राम यूरिया, 80 किग्रा सिंगल सुपरफास्फेट प्रति एकड़ डालकर खेत तैयार करें।
इसके अलावा गाजर के लिए 20 किग्रा म्यूरेट ऑफ पोटाश भी खेत तैयार करते समय प्रति एकड़ की दर से दें।
बिजाई का फासला कतारों में 30-45 सेंटीमीटर व पौधों में करीब 8 सेंटीमीटर रखें।