Mandsaur News: प्रदेश के कई गांवों में किसानों की ज़मीन सोलर कंपनियों द्वारा सस्ते दामों पर खरीदी जा रही है। कांग्रेस नेताओं ने इस मामले में प्रशासन से दखल देने की मांग की है। उनका कहना है कि सोलर कंपनियों के एजेंट और दलाल किसानों को गुमराह कर रहे हैं। ये लोग सोलर प्लेट और पवन चक्की लगाने के नाम पर उपजाऊ जमीन लीज पर ले रहे हैं या बहुत कम दामों में खरीद रहे हैं।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि मंदसौर और मल्हारगढ़ तहसील के कई गांवों में यह प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। इनमें कोलवा, उपुरा, निरधारी, सेमली, पिपलिया कराड़िया, खंडेरिया मारू, दमदम, आक्या फतु, रणायरा, ढाबला, सिंदपन, डौडिया मीणा, चिल्लौद पिपलिया, टकरावद, डोरवाड़ा, खड़पालया और काल्याखेड़ी जैसे गांव शामिल हैं। किसानों से उनकी ज़मीनें लेकर उन पर कंपनियां सोलर और पवन ऊर्जा प्रोजेक्ट चला रही हैं।
नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर यह सिलसिला नहीं रुका तो किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच सकते हैं। कई परिवारों की रोज़ी-रोटी इसी ज़मीन पर टिकी है। यदि यह चलन जारी रहा तो किसान आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो सकते हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि जल्द से जल्द इस पर सख्त कार्रवाई की जाए, वरना कांग्रेस आंदोलन करेगी।
इसके साथ ही खेतों में घूम रहे घोड़ा रोज जानवरों से फसलों को हो रहे नुकसान का मुद्दा भी उठाया गया। बताया गया कि ये जानवर 100 से 150 की संख्या में खेतों में पहुंचकर भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इन्हें नियंत्रित करने के लिए अब तक की गई बोमा पद्धति जैसी कोशिशें विफल रही हैं। सुझाव दिया गया कि जो लोग इन्हें जंगल से छोड़ते हैं, उनसे प्रति जानवर शुल्क लिया जाए।
प्रतिनिधिमंडल ने मल्हारगढ़ में महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने और अमरपुरा में मांगलिक भवन निर्माण की मांग भी प्रशासन के सामने रखी।