हम क्यों मनाते हैं शिवरात्रि हमारे इसके बारे में बताते हैं। हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को महाशिवरात्रि की पर्व मनाया जाता है। इससे वैसे अनेक मान्यताएं जुड़ी है। आगे हम आपको बताएंगे की महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है।
महाशिवरात्रि बनाने के पीछे कई मान्यताये है
महाशिवरात्रि बनाने के पीछे कई मान्यताये है मान्यता है की इस दिन भगवान शिव निराकार रूप यानी लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। तभी से यह त्यौहार मनाया जाता है। महाशिवरात्रि मनाने के बाद पीछे दूसरी मान्यता है की इस तिथि पर महादेव का देवी पार्वती से विवाह हुआ था। इसलिए इस दिनको शिव -शक्ति विवाह के रूप उत्सव के रूप में भी मानते हैं।
शुभ मुहूर्त सुबह 6:00 से 37 से दोपहर 329 के बीच रहेगा
साल 2024 में महाशिवरात्रि का त्यौहार 8 मार्च शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग भी बना रहे हैं। इसके चलते ये त्योहार और भी खास होने वाला है। महाशिवरात्रि का व्रत पारण करने अगले दिन यानी 9 मार्च शनिवार को किया जाएगा। पारण का शुभ मुहूर्त सुबह 6:00 से 37 से दोपहर 329 के बीच रहेगा।
चार पहर पूजा करने से भोलेनाथ की आप पर असीम कृपा बरसती है
8 मार्च को भगवान शिव से संबंधित प्रदोष व्रत भी किया जाएगा। यह व्रत हर महीने की दोनों पक्षों की तरह ऐसी तिथि को किया जाता है। 8 मार्च को त्रयोदशी चतुर्थी तिथि का संयोग बना रहा है। इस दिन भोलेनाथ की पूजा करने से हर वक्त की हर मनोकामनाएं पूरी होती है। महाशिवरात्रि पर चार पहर पूजा करने से भोलेनाथ की आप पर असीम कृपा बरसती है।