प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के दौरे के दौरान गुजरात की सुप्रसिद्ध द्वारका मंदिर के दर्शन किये ओर पूजा अर्चना की। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां सुदर्शन brijका उद्घाटन भी किया। सुदर्शन ब्रिज देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज है जो 2 पॉइंट 32 किलोमीटर लंबा है और यह पुल ओखा को बेट द्वारका मंदिर से जुड़ेगा। इस पल को प्रधानमंत्री द्वारा जनता को समर्पित किया गया।
पुल लगभग 979 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है
यह पुल लगभग 979 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है और इसकी खासियत है की भागवत गीता के श्लोक और कृष्ण श्री कृष्ण के चित्र से सुसज्जित और पैदल पथ है जिस पर सौर पैनल भी लगे हुए हैं। इस ब्रिज को सिग्नेचर ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है जिसका नाम बदलकर सुदर्शन सेतु या सुदर्शन ब्रिज कर दिया गया है।
पीएम मोदी ने अक्टूबर 2017 में इस ब्रिज की आधारशिला रखी थी और कहा था कि यह पुल पुराने और नए द्वारका के बीच कड़ी के रूप में काम करेगा। अब गुजरात दूरी पर प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह करीब 8:00 बजे बेड द्वारका मंदिर में द्वारकाधीश के दर्शन करने पहुंचे । पीएम मोदी इस दौरान लंबे समय तक मंदिर परिसर में ही रहे।
द्वारका का बेट मंदिर भगवान श्री कृष्ण का घर था
मंदिर की खासियत की बात करें तो माना जाता है कि द्वारका का बेट मंदिर भगवान श्री कृष्ण का घर था और यहीं पर भगवान श्री कृष्ण अपने प्रिय सुदामा से मिले थे उनसे भेंट की थी। इसके चलते मंदिर में श्री कृष्ण के साथ ही सुदामा की भी कई मूर्तियां है। धार्मिक मान्यता अनुसार ,द्वारका यात्रा का पूरा फल तभी मिलता है तब जब भक्त बेट द्वारका मंदिर के दर्शन करने आते हैं।