यशस्वी जायसवाल पारी दर पारी निखर रहे हैं। पारी दर पारी अपना कद ऊँचा कर रहे हैं। हैदराबाद में अर्धशतक ,विशाखापट्टने में दोहरा शतक जड़ने के बाद जायसवाल ने राजकोट में जारी तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन बेहतरीन पारी खेली। पीठ में दर्द के कारण रिटायर हर्ट से पहले जायसवाल ने 133 गेंदे खेली और 9 चौके और पांच छक्के लगाए। लेकिन तीसरे दिन का आकर्षण बटोरते हुए जायसवाल ने अपनी आतिशी बैटिंग से भारत की बढ़त को खासा मजबूत कर ही दिया।
ख़ास रिकॉर्ड में सेहवाग पीछे छोड़ते हुए खुद को पूर्व ओपनर से पीछे ले गए
तो वही एक ख़ास रिकॉर्ड में सेहवाग पीछे छोड़ते हुए खुद को पूर्व ओपनर से पीछे ले गए और वीरेंद्र सेहवाग को पीछे छोड़ना बताने और समझने के लिए काफी है की आने वाले दिनों में जायसवाल किस तरह की छाप छोड़ सकते हैं। राजकोट की दूसरी पारी जायसवाल की ये उनके सातवे टेस्ट की 13 वी पारी थी और अब वः शुरुआती 13 पारियों में सबसे ज्यादा औसत निकालने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए। उनसे पहले यह कारनामा वीरेंद्र सहवाग ने किया था जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत 13 पारियों में 53.31 औसत से रन बनाए थे।
चौंकाने वाली बात बिल्कुल भी नहीं होगी
वही रिटायर्ड हर्ट होने के बाद जायसवाल का औसत 62 .58 का हो गया है। वही शतक केसाथ ही जायसवाल सहवाग और संजय मांजरेकर को मिलाकर सबसे तेज तीन शतक जड़ने वाले संयुक्त रूप से सातवें बल्लेबाज बन गए हैं कुल मिलाकर पारी दर पारी जायसवाल की रन बनाने की भूख बढ़ती ही जा रही है और अगर बचे दो टेस्ट माचो में भी वह कुछ ऐसा ही कारनामा करते हैं या फिर शतक जड़ देते हैं तो चौंकाने वाली बात बिल्कुल भी नहीं होगी।