Haryana Raahveer Yojana :घायल व्यक्ति की मदद करने पर मिलेगा इनाम, सरकार की तरफ से मिलेंगे 25000 रूपए

Saroj kanwar
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Haryana Raahveer Yojana: हरियाणा सरकार ने सड़क हादसों में घायल व्यक्तियों की जान बचाने के लिए एक अहम कदम उठाया है. राज्य में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित ‘राहवीर योजना’ को लागू कर दिया गया है. इस योजना का उद्देश्य है कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को “गोल्डन ऑवर” यानी पहले 1 घंटे में इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जाए, जिससे उसकी जान बचाई जा सके.

मददगार को मिलेगा ₹25,000 का इनाम और प्रशस्ति-पत्र

सोनीपत के उपायुक्त सुशील सारवान ने बताया कि इस योजना के तहत घायल व्यक्ति की समय पर मदद करने वाले को ₹25,000 की पुरस्कार राशि दी जाएगी. इसके साथ ही प्रशस्ति-पत्र भी दिया जाएगा. यदि किसी घटना में एक से अधिक लोग मदद करते हैं, तो इनाम की राशि सभी में बराबर बांटी जाएगी.

कानूनी संरक्षण भी मिलेगा राहवीर को

मोटर व्हीकल अधिनियम, 2019 की धारा 134A और भारत सरकार की अधिसूचना दिनांक 29 सितंबर 2020 के तहत, सहायता करने वाले व्यक्ति (राहवीर) को पूरी तरह से कानूनी सुरक्षा भी दी जाएगी. इसका अर्थ है कि ऐसे व्यक्ति को किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई का डर नहीं होगा.

इनाम पाने के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होगी

राहवीर योजना के अंतर्गत इनाम पाने के लिए व्यक्ति को निम्नलिखित विवरण देने होंगे:

  • अपना नाम, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट डिटेल्स
  • दुर्घटना स्थल का विवरण
  • पुलिस थाना प्रमाण-पत्र, जहाँ दुर्घटना हुई
  • अस्पताल का प्रमाण-पत्र, जहाँ घायल को भर्ती किया गया

हर साल पांच बार तक मिल सकता है इनाम

एक व्यक्ति वर्ष में अधिकतम पांच बार इस योजना के तहत पुरस्कार राशि प्राप्त कर सकता है. यानी यदि कोई व्यक्ति पांच अलग-अलग मामलों में मदद करता है, तो हर बार ₹25,000 की राशि और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा.

जिला स्तरीय मूल्यांकन समिति करेगी फैसले की पुष्टि

इस योजना के तहत जिला स्तर पर एक मूल्यांकन समिति का गठन किया गया है, जिसमें शामिल होंगे: उपायुक्त (अध्यक्ष)

डीटीओ-कम-सचिव आरटीए (सचिव)

पुलिस अधीक्षक (एसपी) (सदस्य)

सीएमओ या एसएमओ (सदस्य)

यह समिति प्रस्तावों का मूल्यांकन करके 7 दिन के भीतर सिफारिश करेगी. इसके बाद परिवहन विभाग द्वारा इनाम की राशि सीधे राहवीर के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी.

राहवीर योजना की वैधता 31 मार्च 2026 तक

इस योजना को अभी अस्थायी तौर पर 31 मार्च 2026 तक लागू किया गया है. यदि योजना के तहत लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है और घायलों को समय पर मदद मिलती है, तो इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है.

क्या है ‘गोल्डन ऑवर’ और क्यों है ये इतना जरूरी

गोल्डन ऑवर वह समय होता है जब किसी घायल व्यक्ति को एक घंटे के भीतर चिकित्सकीय सहायता मिल जाए, तो उसकी जान बचने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है. इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है.

नागरिकों को सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का सुनहरा मौका

यह योजना न सिर्फ जनहित में बड़ा कदम है, बल्कि आम नागरिकों को भी एक सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का अवसर देती है. यदि आप किसी को सड़क हादसे में घायल पाएं, तो संकोच या डर को छोड़कर तुरंत उसकी मदद करें. अब सरकार इनाम और कानूनी सुरक्षा दोनों की गारंटी दे रही है.

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